भोपाल। मध्यप्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की एक मात्र विधायक रामबाई ने जिस तरह से इन दिनों कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त करना शुरू कर दिया है, उससे एक बार फिर राज्य की राजनीति गर्मा गई है। बहुजन समाजवादी पार्टी और अन्य निर्दलियों के भरोसे चल रही कांग्रेस सरकार को इस बात की चिंता है कि ये विधायक कर्नाटक की तर्ज पर कहीं समर्थन वापसी की घोषणा न कर दें।
असल में कांग्रेस के लाख प्रयास और आश्वासन के बावजूद बसपा विधायक एक फिर इसलिए भी नाराज हो गईं हैं कि उन्हें अब तक मंत्री नहीं बनाया गया है। विधायक रामबाई गुरुवार को अपने सख्त तेवरों के साथ मीडिया से मुखातिब हुईं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को भी गोवा और कर्नाटक की सरकारों की तरह ही खतरा है। यह कभी भी गिर सकती है। रामबाई का कहना था कि यदि उन्हें अभी मंत्री नहीं बनाया गया तो फिर कब बनाया जाएगा। जो आश्वासन दिया, उस पर खरा उतारना चाहिए। अगर हमें कुछ नहीं मिला तो बसपा का कांग्रेस सरकार में रहने का क्या फायदा है।
इस दौरान मीडिया के समक्ष रामबाई ने अपने परिवार पर की गई पुलिस कार्रवाही को लेकर भी विरोध दर्ज कराया । उन्होंने कहा कि उनके परिवार वालों पर झूठे केस लगाए गए हैं। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रति अपने पूर्ण समर्थन की बात को भी दोहराया और कहा कि कांग्रेस को मेरा समर्थन इसीलिए है, क्योंकि कमलनाथ मुख्यमंत्री हैं। उन्हें आगे भी प्रदेश का मुख्यमंत्री रहना चाहिए । बहुजन समाज पार्टी की विधायक रामबाई ने यह भी आरोप लगाया कि मंत्री उनकी बातें नहीं सुनते हैं। जिसके चलते लोगों की नाराजगी भी कांग्रेस सरकार के प्रति बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि उनकी विधानसभा को विकास के मामले में सरकार की ओर से प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के बाद नई बनी कांग्रेस सरकार ने उन्हें मंत्री बनाने का आश्वासन देकर अपने लिए समर्थन जुटाया था। अब सरकार को बने 06 माह बीत चुके हैं। मंत्री मंडल के विस्तार की इस बीच कई बार चर्चा तो हुई, लेकिन यह विस्तार हुआ नहीं। इस कारण से बसपा विधायक बीच-बीच में कांग्रेस सरकार के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करती रहती हैं।