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24 घंटों में भोपाल में एक, इंदौर में डेढ़ इंच से ज्यादा बरसा पानी, रक्षाबंधन पर ग्वालियर में होगी झमाझम

Update: 2022-08-05 07:45 GMT

भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का सिस्टम फिर सक्रिय हो रहा है। भोपाल में बीते 24 घंटों के दौरान 1 इंच बारिश हुई, तो इंदौर में गुरुवार रात के दो घंटों में ही डेढ़ इंच से ज्यादा बारिश हो गई। बैरागढ़ में तीन मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के दौरान विजिबिलिटी भी घटकर 3000 मीटर रह गई थी। मालवा-निमाड़ और ग्वालियर-चंबल में भी रिमझिम बारिश होती रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो से तीन दिन तक इसी तरह का मौसम रहेगा। हालांकि, कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है। प्रदेश में छह अगस्त से तेज बारिश का दौर शुरू होगा। 8 अगस्त से कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।

इंदौर में गुरुवार को दिन में तेज धूप तो कहीं-कहीं रिमझिम बारिश हुई। फिर शाम छह बजे बादल छाए और बूंदाबांदी शुरू हो गई। शाम 7 बजे से हल्की बारिश शुरू हुई और आधे घंटे तक होती रही। फिर रात नौ बजे अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान उसकी गति इतनी तेज थी कि सड़कों पर कुछ स्पष्ट नजर नहीं आ रहा था। बीआरटीएस, शास्त्री ब्रिज, जवाहर मार्ग पानी भर गया। वाहनों की गति धीरे होने से जाम की स्थिति बन गई। 15 मिनट में ही सड़कों पर इतना पानी भर गया कि कई लोगों के वाहन इंजिन में पानी भरने से खराब हो गए।

भोपाल में नौ दिन बाद गुरुवार को मौसम फिर बदल गया। ट्रफ लाइन नीचे आने के कारण 24 घंटे में एक इंच बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार बारिश कराने वाली मानसून ट्रफ लाइन फिर नीचे आ गई है। यह नमी भी खींच रही है। इस दौरान तापमान में भी गिरावट आई। दोपहर 3:30 से शाम 5:30 बजे तक 2 घंटे में तापमान में 4.8 डिग्री की गिरावट हो गई थी। दिन का तापमान 31.8 डिग्री दर्ज किया गया। इसमें 1.9 डिग्री की गिरावट हुई। रात का तापमान 24.9 डिग्री रहा। बारिश के दौरान भोपाल में 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चली। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन यानी 11 अगस्त को भोपाल में जोरदार बारिश होने की संभावना है।

बुंदेलखंड और बघेलखंड अब भी पिछड़े - 

अब तक मध्यप्रदेश में सामान्य से करीब 7% ज्यादा बारिश हो चुकी है। सामान्य तौर पर अब तक करीब 20 इंच बारिश होनी थी, जबकि इस बार 21 इंच हो चुकी है। लेकिन बारिश का आधा सीजन बीत जाने के बाद भी बुंदेलखंड और बघेलखंड संकट में है। यहां सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। इनमें मुख्य रूप से दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया और नरसिंहपुर जिला शामिल हैं। यहां बारिश का कोटा सामान्य से 21% से 47% तक कम रहा है।

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