विशेष संवाददाता/भोपाल। अब प्रदेश में संपत्ति की रजिस्ट्री कराने के लिए आप को गवाह लाने की आवश्यकता नही पड़ेगी आप का आधार नंबर ही आपका गवाह बन जाएगा। यह नई व्यवस्था पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग जल्द ही लागू करने जा रहा है। इसके लिए विभाग यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के साथ करार भी करने जा रहा है।
करार के बाद रजिस्ट्री के साथ ही आधार सिडिंग की व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इसके बाद आपकी रजिस्ट्री का रिकार्ड आपके यूनिक आईडी पर दर्ज हो जाएगा। हाल ही में हुई गड़बड़ी के बाद विभाग ने सबब के तौर पर यह नई व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। इससे बेनामी संपत्तियों की रजिस्ट्री पर रोक भी लगेगी। वहीं आम लोगों को भी गवाहों को लाने से राहत मिल सकेगी। खास बात तो यह है कि जैसे ही रजिस्ट्री के समय आधार फिंगर प्रिंट लगाए जाएंगे वैसे ही एक गेटवे के जरिए सेंट्रल आइडेंटिटी डाटा सेंटर भेजा जाएगा, वहां से उंगली के निशान, आधार नंबर को व्यक्ति के फोटो और नाम के साथ मिलान कर तुरंत हां या नहीं में जवाब आएगा। इस प्रक्रिया में तकरीबन 7 सेकंड का समय लगेगा। इसके साथ ही केवाईसी के जरिए भी पहचान जांची जाएगी। इसके बाद गवाहों की जरूरत नहीं पड़ेगी। बता दें कि अभी प्रदेश में 40 हजार रजिस्ट्रियां प्रतिदिन होती है इसके लिए दो गवाहों की जरूरत होती है। यह प्रापर्टी खरीदने वालों की तरफ से पेश होते है और दो -फोटो के साथ दस्तावेज भी गवाहों के देने होते है।