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राफेल डील : कौन है वाड्रा का कारोबारी दोस्त संजय भंडारी !

Update: 2018-09-25 14:08 GMT

नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। राफेल डील का मुद्दा गरम होते ही भाजपा ने कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा का लिंक इस सौदे से ढूंढ़ लिया है। पार्टी ने कहा है कि हथियार का डीलर संजय भंडारी वाड्रा का कारोबारी मित्र है।

इसलिए लोग अब जानने को उत्सुक हैं कि संजय भंडारी आखिर कौन है।

हथियार सौदागर संजय भंडारी यूपीए शासनकाल में हथियार का एक बड़ा कंसल्टेंट था। वह इस क्षेत्र में बिचौलिये के काम से लेकर विदेश में हथियार का डील को करवाने का भी काम करता था। इसके लिए उसने औपचारिक रूप से अॉफसेट इंडिया सॉल्यूशंस नामक एक कंपनी भी खोल रखी थी लेकिन इसके पास करोड़ों का कारोबार होने के चलते यह जांच एजेंसी की नजर में आ गई। एनडीए की सरकार आने के बाद आयकर विभाग व प्रवर्तन निदेशालय ने भंडारी की कंपनी खिलाफ जांच शुरू कर दी। इसके बाद सीबीआई ने भी जांच की शुरुआत की। यही नहीं, वित्तीय खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने कहा कि भंडारी बिना सीमा शुल्क दिए ही कारों का आयात करता था।

आज भाजपा ने कहा है कि वाड्रा व भंडारी के बीच के रिश्ते पर राहुल गांधी क्यों नहीं बोलते? उल्लेखनीय है कि यह सारा मामला 2012 का है। उस वक्त भंडारी डसॉल्ट के साथ साझेदारी करने के लिए अपनी एक सहायक कंपनी रफॉट के माध्यम से इस डील में घुसने का प्रयास किया था। रफॉट का एचएएल (हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड) के साथ गहरा रिश्ता था।

उल्लेखनीय है कि जब यूपीए की सरकार थी तो राफेल ने अपने वार्षिक रिपोर्ट में दावा किया था कि डील में हो रही देरी एचएएल के कारण हुई। डील में एक पक्ष दूसरे पक्ष पर भरोसा ही नहीं कर पा रहे थे।


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