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विधानसभा चुनावों में भाजपा को झटका, कांग्रेस की वापसी, क्या बनेगा महागठबंधन ?

Update: 2018-12-11 15:54 GMT

नई दिल्ली। साल 2019 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल कहे जाने वाले इस पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा शासित राजस्थान, छत्तीसगढ़ से भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया है और मध्य प्रदेश में उसे कड़ी टक्कर दे रही है । तेलंगाना में सत्तारुढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति पुन: सत्ता पर काबिज होने जा रही है। मिजोरम में क्षेत्रीय दल मिजो नेशनल फ्रंट ने राज्य में बाजी मार ली है।

इन पांचो राज्यों में चुनाव नतीजों ने कांग्रेस को उत्साहित कर दिया है । उसने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को पदभार सम्भालने के एक वर्ष पूरा होने पर जीत का तोहफा दिया है । जिनकी मेहनत रंग लाई, राहुल ने कुछ सप्ताह में 82 चुनाव सभाएं की थीं। कांग्रेस नेता सचिन पायलट का कहना है कि वह आश्वस्त है कि देश की जनता का कांग्रेस के प्रति रुझान बढ़ रहा है, इसी प्रकार लोकसभा चुनाव तक बना रहेगा। कांग्रेस के अच्छे दिन की आहट पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने देशभर में जश्न मनाया।

कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि उन्हें मध्य प्रदेश की जनता पर पूरा भरोसा था। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चुनाव राज्य सरकारों के कामकाज के आधार पर लड़े जाते हैं। ये चुनाव परिणाम मोदी सरकार का प्रतिबिंब नहीं है और ना ही उनका प्रभाव मोदी सरकार पर पड़ेगा।

छत्तीसगढ़ की 90 विधान सभा सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने पराजय स्वीकार कर ली है। इससे मुख्यमंत्री रमण सिंह ने अपना इस्तीफा भी राज्यपाल को भेज दिया है। मिजोरम में 40 सीटों पर हुए चुनावों में भाजपा ने एक सीट जीत कर इस पूर्वोत्तर राज्य में अपना खाता खोला है। वहीं, मिजो नेशनल फ्रंट ने 26 सीटें जीत कर कांग्रेस को सत्ता से कर 10 वर्ष बाद सत्ता पर कब्जा जमा लिया।

राजस्थान की 200 सीटों में से कांग्रेस भाजपा से आगे निकल गई । भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ झालरपाटन से चुनाव लड़ने वाले मानवेन्द्र सिंह हार गए। सबसे बुजुर्ग 84 वर्षीय और पांच बार के विधायक विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल 74,5 42 मतों के भारी अंतर से जीते। कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार सचिन पायलट और अशोक गहलोत भी जीत गए हैं।

तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति को सत्ता मिलती दिखाई दे रही है। गैर हिंदी भाषी राज्य में टीआरएस पुन सत्ता में आ गई है। वहीं, मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर भाजपा कांग्रेस में कांटे की टक्कर चल रही है। कमलनाथ ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनेगी। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव परिणामों से स्पष्ट हो गया कि पांचों राज्यों में भाजपा कहीं नहीं है।

इन पांच राज्यों में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री रमन सिंह, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व तेलंगाना के मुख्यमंत्री केएस राव पुन जीत गए हैं। लेकिन मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थनहावला दो सीटों पर लड़कर भी दोनों जगह हार गए हैं।

इन विधानसभा चुनाव परिणामों ने यह तो स्पष्ट कर दिया है कि इन पांच राज्यों की जनता ने मोदी सरकार के विकास मुद्दे को दरकिनार कर कांग्रेस की नीतियों पर मुहर लगाई है। आत्मविश्वास से भरपूर कांग्रेस अब क्या लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए महागठबंधन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, या फिर एकला चलो कि नीति पर चलकर अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी। लेकिन यह तय है कि ये चुनाव परिणाम गठबंधन की शक्ल तय करेंगे। 

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