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पांच करोड़ मतदाता तय करेंगे प्रदेश की बागडोर किसके पास

Update: 2018-11-17 11:10 GMT

भोपाल (हि.स.)। प्रथम चरण में 28 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में अब नाम वापसी के बाद मैदान में कुल 2907 प्रत्याशी रह गए हैं। इनमें से भाजपा ने सभी 230 सीटों पर और कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है। विधानसभा की 230 सीटों के लिए 1102 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं।

चौथी बार सत्ता पाने को भाजपा ने इस बार 200 पार का नारा दिया है। जो उसके आत्मविश्वास को दर्शाता है, वहीं 15 साल से सत्ता का वनवास भोग रही कांग्रेस को इस बार सत्ता की चाबी पाने की आस है। कांग्रेस के लिए यह यह चुनाव करो और मरो वाले हैं। यही कारण है कि उसने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वयं प्रचार की कमान संभाल रखी है। वे राजधानी भोपाल सहित कई शहरों में रोड शो कर चुके हैं और अभी अन्य जगह उनके दौरे प्रस्तावित हैं।

कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को खड़ा किया है और टीकमगढ़ की जतारा सीट शरद यादव की लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ी है। दूसरी ओर कांग्रेस से गठबंधन न होने पर बसपा व सपा ने 227 और 51 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

बसपा आदिवासी वोट तो सपा ओबीसी वोट के सहारे उम्मीद लगाए बैठी है। प्रदेश के चुनावी मैदान में आम आदमी पार्टी भी पहली बार उतरी है। आप ने 208 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेश में आप के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का जादू मतदाताओं पर कितना चल पाता है। आने वाले समय में प्रदेश में केजरीवाल की चुनावी सभाएं प्रस्तावित हैं। प्रदेश में भिंड जिले की मेहगांव सीट पर सबसे ज्यादा 34 उम्मीदवार मैदान में हैं। सबसे कम चार उम्मीदवार पन्ना जिले की गुन्नौर सीट पर हैं।

इस चुनाव के लिए प्रदेश में कुल 5,04,95,251 मतदाता हैं। इनमें से पुरुष और महिला मतदाताओं की संख्या क्रमश: 2,63,01,300 और 2,41,30,390 है। अब यही तय करेंगे प्रदेश की बागडोर किसके हाथ सौपना है 

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