पाक से रिहा होकर तीस कैदी पहुंचे भारत
जयपुर के गजानंद शर्मा की तबीयत खराब
अमृतसर। भारत-पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के तहत सोमवार को दोपहर बाद पाकिस्तान ने भारत के तीस कैदियों को रिहा कर दिया है। रिहा हुए सभी कैदी बाघा सीमा के रास्ते भारत में दाखिल हुए, जिन्हें अमृतसर में बीएसएफ एवं आईबी की निगरानी में रखा गया है। मंगलवार की सुबह इन कैदियों को परिजनों के सुपुर्द करने की प्रक्रिया शुरू होगी। रिहा हुए कैदियों में 27 मछवारे तथा तीन सामान्य कैदी हैं। इनमें सबसे अहम एवं संवेदनशील मामला जयपुर निवासी गजानंद शर्मा का है, जो पाकिस्तान में महज दो माह की सजा की एवज में छत्तीस साल जेल में रहकर आया है।
पाकिस्तान की कोट लखपत, कराची तथा लाहौर जेलों में बंद कैदियों को सोमवार को दोपहर बाद करीब तीन बजे पाक रेंजरों ने बीएसएफ अधिकारियों के हवाले किया। इन कैदियों में सभी का केंद्र बिंदू बने गजानंद शर्मा से अभी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूछताछ की जा रही है। गजानंद जब लापता हुआ तब उसकी उम्र 32 वर्ष थी और आज जब वह रिहा होकर भारत आया है तब उसकी उम्र 68 वर्ष है। गजानंद की शरीरिक व मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। अन्य कैदियों के साथ जैसे ही गजानंद ने भारत की धरती पर कदम रखे तो उसके पांव लड़खड़़ा गए।
पाकिस्तान के निकासी द्वार से सीमा में बने पहले चेक पोस्ट तक महज 200 फुट का फासला है लेकिन इस थोड़े से फासले में भी गजानंद पांच बार बैठकर पहुंचा। उसे बार-बार लड़खड़़ाते देख सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने सहारा देकर चेक पोस्ट के भीतर बिठाया। बहरहाल पाकिस्तान से रिहा हुए सभी भारतीय कैदियों को अभी अमृतसर में ही रखा गया है और कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंपा जाएगा।