डीएमडीके संस्थापक कैप्टन विजयकांत नहीं रहे, भाषण के अलग अंदाज के लिए जाने जाते थे
विजयकांत का जन्म 25 अगस्त 1952 को मदुरै में हुआ था और माता-पिता ने उनका नाम विजयराज रखा था। सिनेमा में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल कर विजयकांत रख लिया। 14 सितंबर 2005 को विजयकांत ने अपनी राजनीतिक पार्टी देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) लॉन्च की।
चेन्नई । तमिल अभिनेता और देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) के संस्थापक विजयकांत (71 वर्ष) का गुरुवार को निधन हो गया। कोरोना संक्रमण के बाद निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था । हालत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उन्हें एक अभिनेता, राजनेता और भाषण के अलग अंदाज के कारण पसंद किया जाता था।
विजयकांत का स्वास्थ्य पिछले कुछ समय से ठीक नहीं चल रहा था और थोड़े अंतराल पर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। तीन सप्ताह पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान ऐसी अफवाह थी कि उनका निधन हो गया। हालाँकि, पत्नी प्रेमलता ने विजयकांत का वीडियो पोस्ट किया जिसमें वे स्वस्थ दिख रहे थे। उन्हें आखिरी बार 18 दिसंबर को सार्वजनिक रूप से देखा गया था जब उन्होंने डीएमडीके की सामान्य परिषद की बैठक की अध्यक्षता की थी। उनके स्वास्थ्य में गिरावट के कारण पार्टी की कमान उनकी पत्नी प्रेमलता को सौंपी गई, जो पार्टी महासचिव थीं।
विजयकांत का जन्म 25 अगस्त 1952 को मदुरै में हुआ था और माता-पिता ने उनका नाम विजयराज रखा था। सिनेमा में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल कर विजयकांत रख लिया। 14 सितंबर 2005 को विजयकांत ने अपनी राजनीतिक पार्टी देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) लॉन्च की। 2006 के विधानसभा चुनाव में डीएमडीके ने बिना गठबंधन के सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ा और 8.38% वोट के साथ केवल एक सीट हासिल की। विजयकांत अकेले विरुधाचलम निर्वाचन क्षेत्र से जीत सके जबकि उनकी पार्टी के अन्य सभी उम्मीदवार हार गए। 2011 के विधानसभा चुनाव में डीएमडीके ने पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के नेतृत्व वाली एआईएडीएमके से हाथ मिलाया और 29 सीटें जीतीं।
विजयकांत ने 2011 से 2016 तक तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया। बाद में एआईएडीएमके के साथ मतभेदों के कारण विजयकांत ने पार्टी से नाता तोड़ लिया। 2016 के विधानसभा चुनाव में विजयकांत ने सीपीआई, सीपीएम, एमडीएमके और वीसीके के साथ पीपुल्स वेलफेयर फ्रंट का नेतृत्व किया था। हालांकि, गठबंधन कोई असर नहीं डाल सका। 2021 के विधानसभा चुनाव में भी डीएमडीके का प्रदर्शन खराब रहा। वह तमिलनाडु के तल्ख तेवर वाले राजनेताओं में थे जो बेबाक अंदाज में अपने भाषण के लिए प्रशंसकों में जाने-जाते थे। हालाँकि, कुछ साल पहले खराब स्वास्थ्य के बाद उनकी सक्रियता कम हो गई थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर अपने संदेश में कहा, थिरू विजयकांत जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। तमिल फिल्म जगत के एक दिग्गज, उनके करिश्माई प्रदर्शन ने लाखों लोगों का दिल जीत लिया। एक राजनीतिक नेता के रूप में वह सार्वजनिक सेवा के प्रति गहराई से प्रतिबद्ध थे, जिसने तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य पर गहरा प्रभाव छोड़ा। उनका निधन एक खालीपन छोड़ गया है जिसे भरना मुश्किल होगा। वह एक घनिष्ठ मित्र थे और मैं वर्षों से उनके साथ अपनी बातचीत को याद करता हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, प्रशंसकों और असंख्य अनुयायियों के साथ हैं। ओम शांति।