19वें दिन हार्दिक ने नींबू पानी पीकर आमरण उपवास समाप्त किया
हार्दिक ने कहा, सरकार नहीं बल्कि बुजुर्गों के आदर के सामने झुकना पड़ा
अहमदाबाद। पिछले 19 दिनों से आमरण उपवास कर रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को खोडल धाम के ट्रस्टी नरेश पटेल, प्रल्हाद पटेल और सीके पटेल के हाथों सादा पानी, नींबू पानी और नारियल पानी पीकर उपवास छोड़ दिया। इसके बाद हार्दिक ने कहा कि मैं सरकार के सामने नहीं झुका हूं लेकिन बुजुर्गों के आदर सम्मान के सामने झुकना पड़ा।
हार्दिक ने कहा कि मैं पहले भगत सिंह बनने चला था तो देशद्रोही करार दिया गया और जब गांधीजी बनके निकला तो नजरबंद हो गया। हार्दिक पटेल के उपवास स्थल पर पाटीदार समाज की 6 संस्थाओं के प्रमुख मौजूद थे। हार्दिक ने बताया कि समाज के साथ-साथ पूरे गुजरात में मेरे साथ कई लोगों ने उपवास किया। पूरे देश से सभी लोग मिलने के लिए अहमदाबाद आ रहे थे। समाज के बुजुर्गों ने बताया कि अगर ज़िंदा रहे तो आगे भी अपनी लड़ाई जारी रख सकोगे। समाज के युवाओं का काम है कि समाज के प्रश्नों के लिए मर मिटना और बुजुर्गों का यह काम समाज के युवाओं को मार्गदर्शन देना है।