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फिर आया मौसम में बदलाव, बूदांबांदी

Update: 2019-03-17 15:23 GMT

 मार्च मे भी लग रही सर्दी  हलक में किसानों की जान

गुना/निज प्रतिनिधि। मौसम में एक बार फिर बदलाव आ गया है। रविवार को दिन भर आसमान में बादल छाए रहे, वहीं मामूली बूदांबांदी भी हुई। इसके चलते मौसम में सर्दी फिर लौट आई है। रविवार की शाम लोग गर्म कपड़ों में नजर आए। मौसम में इस बदलाव से किसानों की जान हलक में आकर अटक गई है। कारण खेत में फसल कटाई का दौर चल रहा है। ऐसे में अगर बारिश होती है तो किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा, वहीं बार-बार बदलता मौसम लोगों को बीमार भी कर रहा है। जिला अस्पताल के साथ ही निजी क्लीनिकों पर भी भीड़ देखने को मिल रही है।

दिन भर छाए रहे आसमान में बादल

रविवार को दिन भर आसमान में बादल छाए रहे। रविवार की सुबह जब लोग सोकर उठे तो उनका सामना बादलों से हुआ, जो दिनभर छाए रहे। इस दौरान दिन में कई बार मामूली बूदांबांदी भी हुई। साथ ही हवाएं भी चलतीं रहीं। सूर्य देवता बादलों के आगोश से मुक्त होने का प्रयास करते रहे, किन्तु थोड़ी देर धूप निकलने के बाद जल्द ही बादल फिर सूर्य देवता को अपने आगोश में ले लेते थे। बदले मौसम से तापमान में भी 5 डिग्री तक की गिरावट आई है। शनिवार को जो अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था, वह रविवार को 25 डिग्री दर्ज हुआ। हालांकि न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा।

बढ़े रहे सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीज


मौसम में बार-बार हो रहे परिवर्तन के कारण लोग बीमार पड़ रहा है। सर्दी, जुकाम के साथ ही बुखार से पीडि़त होकर लोग अस्पताल की शरण लेने को मजबूर है। जिला अस्पताल में जहां सामान्य दिनों की अपेक्षा ओपीडी दो गुना हो गई है तो निजी क्लीनीकों पर भी मरीजों की भरमार है। चिकित्सकों ने इस मौसम मेें सर्द, गर्म से बचने की सलाह लोगों को दी है।

आसमान में बादल, नीचे फसल

बदलते मौसम ने किसानों की जान को भी हलक में अटका दिया है। दरअसर ऊपर आसमान में जहां बादल छाए हुए है तो नीचे फसल की कटाई चल रही है। कुछ फसल कटकर खलिहानों तक पहुँचने लगी है तो कुछ की कटाई का दौर जारी है, किसानों का कहना है कि अगर ऐसे में पानी बरसता है तो उन्हे काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।

10 साल बाद सबसे ठंडा मार्च

मौसम विभाग का कहना है कि 10 साल बाद मार्च सबसे ठंडा निकल रहा है। इस समय तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को छू जाता था, किन्तु इस बार यह 25 डिग्री सेल्सियस चल रहा है, इसी के साथ न्यूनतम तापमान में भी चौंकाने वाली गिरावट देखन को मिल रही है। पिछले साल इस समय जहां न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था तो इस बार यह 13 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि शीत प्रदेशों में हो रही बर्फबारी के साथ उत्तर की ओर से आ रहीं हवाओं के कारण यह स्थिति बन रही है। 

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