SwadeshSwadesh

अपरिमित बुद्धिमत्ता के मालिक राव को मोदी का नमन

Update: 2018-06-29 08:50 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. नरसिम्हा राव की 93वीं जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए भारतीय इतिहास के मुश्किल दौर में उनके अहम नेतृत्व के लिए उनकी प्रशंसा की। वे 1991-1996 तक प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल को आर्थिक सुधारों की संज्ञा दी जाती है। देश जबरदस्त आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा था । विदेशी मुद्रा भंडार खाली पड़ा था। बढ़ते वैश्विक निवेश के उस दौर में सरलीकरण की प्रक्रिया एक तरह से बर्र के छत्ते में हाथ डालने जैसा था। राव ने अप्रितम साहस व दूरदर्शिता का परिचय देते हुए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को हरी झंडी दी। राव का जन्म 28 जून 1921 को हुआ था। भारत के 10वें प्रधानमंत्री के कार्यकाल में लाइसेंस राज समाप्त हुआ। और भारतीय अर्थनीत में खुलापन आया। उनके कार्यकाल में ही भारत का बाजार दुनिया के लिए खुला था।

कांग्रेस में पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू के कार्यकाल को नेहरूवाद का नाम दिया फिर इंदिरा युग चला। बाद के दिनों में राजीव गांधी का नाम कम्प्यूटर क्रांति से जोड़ दिया गया पर नरसिम्हा राव का नाम क्या कहीं दिखता। है? मोदी ने उनके योगदानों को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि देकर उन्हें जिन शब्दों से नवाजा है, वाकई काबिलेगौर है। वे सही मायने में हकदार थे। लेकिन, बिडंबना देखिए कांग्रेस कार्यालय में उनकी फोटो भी यदाकदा दिखती है।  

Similar News