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सिद्धरमैया की बागी विधायकों को दी चेतावनी, जानें अब तक घटनाक्रम

Update: 2019-07-09 09:59 GMT

नई दिल्ली। कर्नाटक के सत्तारूढ़ जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन के ऊपर मंडरा रहे खतरे के बादल के बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बागी विधायकों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि बागी विधायक वापस लौट आएं अन्यथा परिणाम भुगतें। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने कहा कि कांग्रेस उन विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करेगी जिन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। वहीं, कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम पर कांग्रेस सदस्यों के हंगामे की वजह से मंगलवार को राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके अलावा लोकसभा में भी इस मामले की गूंज सुनाई दी। कांग्रेस सांसदों ने मंगलवार को एक बार फिर यह मामला सदन में उठाया जिसके बाद पार्टी के सभी सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया। 10 प्वाइंट्स में जानिए कर्नाटक में अभी तक क्या क्‍या हुआ:

- कर्नाटक मुद्दे पर कांग्रेस को मंगलवार को एक और करारा झटका लगा। पार्टी से निलंबित चल रहे विधायक रोशन बेग ने कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया।

- राज्यसभा सभापति ने कहा कि कांग्रेस सदस्य बी के हरिप्रसाद ने कर्नाटक मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शून्यकाल स्थगित करने का अनुरोध किया। नायडू ने कहा कि यह नोटिस इसलिए उन्होंने अस्वीकार किया क्योंकि शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य यह मुद्दा उठा सकते हैं।

- कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने कहा कि पार्टी उन विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करेगी जिन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि बागी विधायक वापस लौट आएं अन्यथा परिणाम भुगतें।

- बीजेपी नेता शोभा ने कहा कि हमारे पास कांग्रेस जेडीएस गठबंधन से ज्यादा विधायक हैं। हमारे पास तकरीबन 107 विधायकों का समर्थन है। लेकिन वे गिरकर 103 पर पहुंच गए हैं। मुझे लगता है कि राज्यपाल को अब बीजेपी को सरकार बनाने का फैसला लेना चाहिए।

- बेंगलुरु में बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के आवास पर बीजेपी नेताओं ने मंगलवार सुबह बैठक की। इसमें मुरुगेश निरानी, उमेश कट्टी, जेएसी मधुस्वामी और के रत्ना प्रभा आदि येदियुरप्पा के आवास पर पहुंचे।

- कांग्रेस की राज्य इकाई के नेता राजीव गौड़ा के अनुसार संप्रग अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा है कि उन्हें पूरा पूरा विश्वास है कि अगले दो दिनों में चीजें सामान्य हो जाएंगी। कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर अब सबकी निगाहें गोवा पर टिक गई हैं।

- जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन के 14 विधायक पुणे से करीब 90 किलोमीटर दूर किसी स्थान पर हैं और वे गोवा जाने या बेंगलुरु लौटने का निर्णय लेने से पहले अपने इस्तीफे पर विधानसभा के फैसले का इंतजार करेंगे। सूत्रों ने भाषा को यह जानकारी दी है।

- कर्नाटक की साल भर पुरानी कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार इन विधायकों के इस्तीफे की वजह से गिरने की कगार पर पहुंच गयी है। कर्नाटक विधानसभा में एक नामित विधायक समेत 225 सदस्य हैं। सदन में इसकी आधी सदस्य संख्या 113 होती है।

- इन इस्तीफों से पहले विधानसभा में कांग्रेस के 78, जद(एस) के 37 और भाजपा के 105 विधायक थे। कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन को विधानसभा में 119 विधायकों का समर्थन प्राप्त था।

- यह मामला संसद में भी उठाया गया जहां केंद्र सरकार ने इस राजनीतिक गतिरोध में अपनी भूमिका से इनकार किया जबकि कांग्रेस ने उस पर साजिश रचने का आरोप लगाया। लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा इस्तीफा अभियान शुरू किया गया था। उन्होंने कहा, कांग्रेस के बड़े नेता इस्तीफा दे रहे है।

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