नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन ने कहा कि किसानों को उनके फसलों का उचित मूल्य मिलना चाहिए। साथ ही कृषि के क्षेत्र जो युवा पीढ़ी आगे आ रही है, उसको हर संभव प्रोत्साहन की जरूरत है।
एम.एस स्वामीनाथन ने बुधवार को यहां 'हिन्दुस्थान समाचार' से विशष बातचीत में कहा कि देश में हरित क्रांति के बाद से भारत कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। वर्तमान सरकार किसानों के हित में संतोषजनक कार्य कर रही है लेकिन अभी बहुत सारे कार्य तेजी से करने की जरूरत है। बिगत कुछ वर्षों में कृषि के क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ी हैं। इसकी एक वजह जलवायु परिवर्तन भी है। किसान और सरकार के बीच आज भी संवाद की कमी है। इसको मजबूत करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि भारत के किसानों की आत्मनिर्भरता के लिए वैश्विक बाजार से उन्हें जोड़ना आवश्यक है। किसान कृषि कार्य सुगमता से कर सके, इसके लिए सरकार को हर संभव तकनीक उपलब्ध कराने की जरूरत है। कृषि के क्षेत्र में महिलाओं के लिए माकूल वातावरण होना चाहिए। किसान उद्यमी को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। किसानों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाएं उन तक पहुंचें, इसके लिए एक मजबूत तंत्र की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन से कृषि पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाओं के बारे में दुनिया के वैज्ञानिकों को चिंतन करना चाहिए।