96 साल की उम्र में कार्तियानी अम्मा ने रचा इतिहास, अक्षरालाक्षम' साक्षरता कार्यक्रम में किया टॉप
नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। कुछ लोगों के लिए उम्र महज एक नंबर की तरह होती है। उनके लिए कामयाबी और उम्र के बीच कोई ताल्लुक नहीं होता। ताजा मिसाल दी है केरल की 96 साल की एक महिला ने। अल्लापुझा जिले की कार्तियानी अम्मा ने केरल राज्य साक्षरता मिशन के 'अक्षरालाक्षम' साक्षरता कार्यक्रम में 100 में से 98 अंक हासिल कर टॉप किया। अब मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन उन्हें योग्यता प्रमाणपत्र से सम्मानित करेंगे। इस परीक्षा में कुल 43,330 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था। इसमें से 42,933 उम्मीदवार पास हुए।
ज्ञातव्य है कि गणतंत्र दिवस 2018 पर केरल राज्य साक्षरता मिशन अथॉरिटी ने 'अक्षरालाक्षम' परियोजना शुरू की थी जिसका उद्देश्य केरल में 100 फीसदी साक्षरता करना है। इसके जरिए आदिवासियों, मछुआरों और गरीब लोगों के बीच साक्षरता का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इस परीक्षा में उम्मीदवार की लिखने, पढ़ने और बेसिक मैथमेटिकल स्किल का टेस्ट लिया जाता है।
केरला स्टेट लिट्रेसी मिशन के तहत अलग अलग वर्ग के उन लोगों के लिए इक्विलेंसी एग्ज़ाम (समानक परीक्षा) आयोजित की जाती है, जो अपनी स्कूली शिक्षा पूरी नहीं कर पाए। खबरों के मुताबिक कार्तियानी अम्मा कभी स्कूल नहीं गईं। वह घरों में छोटा-मोटा काम करती रहीं। अपनी 51 साल की बेटी से प्रेरणा लेकर उन्होंने पढ़ाई करना शुरू किया। अब वह आगे भी अपनी पढ़ाई जा रखना चाहती हैं। इस बार उन्होंने जो साक्षरता परीक्षा पास की है वह दसवीं के समकक्ष है।