PWD सब इंजीनियर हाईटेक नकल कांड: परीक्षा रद्द करने की मांग, बहनों को दो दिन की पुलिस रिमांड
PWD Sub Engineer High-Tech Cheating Case: रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हाल ही में आयोजित PWD सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में दो बहनों, अनुराधा सूर्या और अनु सूर्या, को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दोनों पर हिडन कैमरा और माइक्रो स्पीकर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग कर नकल करने का आरोप है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को दो दिन की रिमांड पर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
यू-ट्यूब से सीखी नकल की हाईटेक तकनीक
पूछताछ के दौरान, आरोपी बहनों ने खुलासा किया कि उन्होंने नकल करने का तरीका यू-ट्यूब के माध्यम से सीखा था। उन्होंने बताया कि नकल में उपयोग किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जैसे हिडन कैमरा और माइक्रो ईयरफोन, अमेजन से लगभग 30,000 रुपये में खरीदे गए थे। इन उपकरणों को ऑनलाइन ऑर्डर कर उनके उपयोग का तरीका भी यू-ट्यूब वीडियो से समझा गया। इस हाईटेक नकल की योजना को अंजाम देने के लिए दोनों बहनों ने पूरी तैयारी की थी।
जशपुर से अंडमान तक का कनेक्शन
पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों बहनें जशपुर जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के कुपरकापा गोरिया गांव की निवासी हैं। उनके पिता, कलेश्वर राम, एक किसान हैं और उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है। परिवार में एक भाई भी है, जो अंडमान निकोबार में एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। दोनों बहनें पहले अपने भाई के साथ अंडमान निकोबार में रहती थीं। बाद में, बड़ी बहन अनुराधा जशपुर लौट आई और लोयलो स्कूल में शिक्षिका के रूप में काम करने लगी। उसने अपनी छोटी बहन अनु को किसी भी कीमत पर परीक्षा पास कराने के लिए यह हाईटेक नकल का रास्ता चुना।
कैसे हुआ नकल कांड का खुलासा?
13 जुलाई को आयोजित PWD सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा के दौरान यह घटना बिलासपुर के सरकंडा स्थित रामदुलारे शासकीय स्वामी आत्मानंद स्कूल परीक्षा केंद्र पर हुई। अनु सूर्या परीक्षा देने के लिए केंद्र में पहुंची थी, जबकि उसकी बहन अनुराधा बाहर से उसकी मदद कर रही थी। अनु ने अपने अंडरगारमेंट में हिडन कैमरा और कान में माइक्रो ईयरफोन छिपाया था, जिसे उसने अपने बालों में छुपा रखा था। दूसरी ओर, अनुराधा परीक्षा केंद्र के बाहर टैबलेट और वायरलेस वॉकी-टॉकी जैसे उपकरणों के जरिए प्रश्नपत्र देखकर अनु को जवाब बता रही थी।
इस दौरान NSUI नेता विकास सिंह ठाकुर को इस गड़बड़ी की भनक लग गई। उन्होंने अनुराधा का ऑटो में बैठकर नकल कराने का वीडियो बनाया और हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने दोनों बहनों के खिलाफ नकल का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इस नकल कांड ने न केवल परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि इसे लेकर राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस नेताओं ने इस मामले में सरकार पर धांधली का आरोप लगाया है। वहीं, NSUI ने 14 जुलाई को कलेक्ट्रेट का घेराव कर परीक्षा रद्द करने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
बिलासपुर के SSP रजनेश सिंह ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम गठित की है, जिसका नेतृत्व अतिरिक्त SP कर रहे हैं। दोनों आरोपी बहनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। जांच टीम अब इस मामले में शामिल अन्य लोगों और इस नकल कांड के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।