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जैश और तालिबान के आतंकी नेपाल बॉर्डर से भारत में कर सकते हैं घुसपैठ, बिहार में हाई अलर्ट

Update: 2020-06-29 08:41 GMT

पटना। तालिबान और जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकवादी नेपाल बॉर्डर से देश में घुसपैठ की फिराक में हैं। इसको लेकर बिहार स्पेशल ब्रांच ने राज्य के सभी जिलों को हाई अलर्ट जारी किया है। स्पेशन ब्रांच ने सभी एसपी/एसएसपी को पत्र भेजकर इससे अवगत कराया गया है।

जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पाकिस्तानी सेना द्वारा प्रशिक्षित 5-6 तालिबान और जैश आतंकवादियों को नेपाल की बॉर्डर से बिहार में भेजने की योजना तैयार की है। आईएसआई भारत में आतंकवादी हमले की साजिश रच रही है। इनके निशाने पर बड़े राजनेता और दिल्ली के इलाके हो सकते हैं।

खुफिया जानकारी के मुताबिक एनआईए के कंट्रोल रूम को धमकी भरा एक ई-मेल मिला है। इसमें आतंकियों की हिट लिस्ट में केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के अन्य नेता शामिल हैं। ऐसे में कश्मीरी आतंकवादियों, मुस्लिम कट्टरपंथियों जैसे कि जैश-ए-मोहम्मद, अल कायदा, तालिबान, अफगानिस्तान, जिहाद, आतंकवादी संगठन, इस्लामी आतंकवादी संगठन, वामपंथी चरमपंथी तत्वों, पूर्वोत्तर के विद्रोही गुटों, संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है। ये तत्व वीवीआईपी की सुरक्षा को खतरा पहुंचा सकते हैं।

इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार को खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी के बाद हत्या की कोशिश और जबरन वसूली की साजिश को नाकाम कर दिया। पुलिस ने उनके कब्जे से तीन पिस्तौल और सात जिंदा कारतूस भी बरामद किए थे।

बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट से जुड़े हुए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान दिल्ली निवासी मोहिंदर पाल सिंह (29), पंजाब निवासी गुरतेज सिंह (41) और हरियाणा के रहने वाले लवप्रीत (21) के रूप में हुई है।

पुलिस का दावा है कि ये लोग विदेशों में बैठे अपने आकाओं और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना चाहते थे। पुलिस इनसे पूछताछ कर इनकी योजना जानने की कोशिश कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि कौन-कौन इनके निशाने पर था और कौन इनका मददगार था।

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