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लोकतंत्र की होगी जीत, नोटतंत्र की तय हो गई है हार : कन्हैया

Update: 2019-04-29 05:30 GMT

बेगूसराय। जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी कन्हैया कुमार ने अपने गांव बीहट के मध्य विद्यालय मसनदपुर में वोट डालने के बाद कहा कि आज पूरा देश लाइन में रहता है। देश में दो तरह की लाइन है। एक तरफ लोकतंत्र की लाइन है तो दूसरी ओर नोटतंत्र की लाइन है। लोकतंत्र की लाइन में जनता खड़ी है। बेरोजगारों को नौकरी के लिए लाइन में लगना पड़ता है। जनता को राशन कार्ड के लिए, आवासीय समेत अन्य प्रमाण पत्र बनाने के लिए लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। नोटतंत्र की लाइन में नेता, पूंजीपतियों को साथ में लेकर खड़े रहते हैं।

कन्हैया ने कहा कि जीत जनता की लाइन की होगी। लोकतंत्र में जनता जीतेगी और पूंजीपतियों का नोटतंत्र हारेगा। वोट डालना अधिकार ही नहीं कर्तव्य भी है। जनता अगर राजनीति में दिलचस्पी नहीं लेंगी तो नेताओं की भी जनता के बुनियादी सवालों में दिलचस्पी नहीं रहेगी। वोट देश की दशा-दिशा तय करने वाला वह अधिकार है जो हमें बड़े संघर्षों की बदौलत हासिल हुआ है।

अपनी प्राथमिक पाठशाला में स्थित मतदान केंद्र पर वोट डालने के बाद कन्हैया ने कहा कि बेगूसराय की जनता ने तमाम विचारों से अलग हटकर बाहरी नेता को खारिज कर दिया है जो लोकतंत्र के लिए एक सुखद संदेश है।

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