सुकमा में ACB- EOW 6 जगहों पर छापेमारी, पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के रिश्तेदार के घर पर रेड
ACB-EOW Raids in Sukma : सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में गुरुवार 10 अप्रैल 2025 को तड़के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू की है। इस अभियान में 6 जगहों को निशाना बनाया गया, जिसमें पूर्व विधायक और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) नेता मनीष कुंजाम के रिश्तेदारों और अन्य 5 तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घर शामिल हैं।
सुकमा और कोंटा में 2-2 स्थानों पर यह कार्रवाई जारी है। सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी तेंदूपत्ता बोनस में कथित फर्जीवाड़े से जुड़ी है, जिसके चलते डीएफओ अशोक पटेल को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
जानकारी के मुताबिक, ACB-EOW की टीम सुबह तड़के इन ठिकानों पर पहुंची और दस्तावेजों व अन्य साक्ष्यों की जांच शुरू की है। यह कार्रवाई तेंदूपत्ता संग्रह और वितरण में अनियमितताओं के आरोपों की पड़ताल के लिए की जा रही है। सुकमा जिले में यह दूसरा बड़ा ऑपरेशन है, क्योंकि कुछ दिनों पहले भी इसी सिलसिले में व्यापक छापेमारी हुई थी। उस दौरान रायगढ़, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, और सुकमा सहित 14 ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी।
पिछली कार्रवाई में निलंबित डीएफओ अशोक पटेल के आवास के साथ-साथ छिंदगढ़ और कोंटा के 2 शिक्षकों के घरों पर भी छापे पड़े थे। इसके अलावा, बीजापुर के सहायक आयुक्त के जगदलपुर स्थित मकान पर भी दबिश दी गई थी। रायपुर से आई 13 अधिकारियों की टीम ने इस जांच को अंजाम दिया था, जिसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज और संदिग्ध सामग्री जब्त की गई थी।
तेंदूपत्ता जो छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों में प्रमुख आजीविका स्रोत है, इसके बोनस वितरण में कथित अनियमितताओं ने इस जांच को जटिल बना दिया है। डीएफओ अशोक पटेल का निलंबन इसी मामले में एक बड़ी कार्रवाई थी, और अब मनीष कुंजाम के रिश्तेदारों को निशाना बनाना इस घोटाले की गहराई को दर्शाता है। सुकमा से पूर्व CPI विधायक रहे मनीष कुंजाम का नाम इस मामले में अप्रत्यक्ष रूप से उभरने से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।