छात्र ने परीक्षा नियंत्रक को सुनार्इं खरी-खोटी

छात्र ने परीक्षा नियंत्रक को सुनार्इं खरी-खोटी

परीक्षा नियंत्रक ने बुलाए सुरक्षाकर्मी, माफी मांगकर वापस लौटा छात्र

ग्वालियर, न.सं.। जीवाजी विश्वविद्यालय में अपनी समस्या लेकर पहुंचने वाले विद्यार्थियों की विवि के अधिकारी समस्या का समाधान करना तो दूर, उनसे सीधे मुंह बात भी नहीं करते हैं। इसी के चलते बुधवार को एक छात्र उस समय भड़क गया, जब परीक्षा नियंत्रक ने बीएड-एमएड इंटीग्रेटेड के छात्र से री-ओपन का फार्म भरवाने से साफ इंकार कर दिया। इसको लेकर छात्र ने परीक्षा नियंत्रक को जमकर खरी-खोटी सुनार्इं और बात हाथापाई तक पहुंच गई। मामला बढ़ता देख परीक्षा नियंत्रक ने सुरक्षा कर्मियों को बुला लिया। हालांकि बाद में छात्र ने माफी मांग ली। इसके बाद मामला शांत हुआ। जबलपुर निवासी बीएड-एमएड इंटीग्रेटेड प्रथम सेमेस्टर में फेल छात्र देवेन्द्र कुमार तिवारी बुधवार को परीक्षा नियंत्रक प्रो. राकेश कुशवाह के पास पहुंचा और कहा कि मैंने री-टोटलिंग का फार्म भरा था, जिसे री-ओपन में कन्वर्ट करना है। इस पर परीक्षा नियंत्रक ने फार्म भरने की अनुमति देने से सीधे मना कर दिया। इस पर छात्र भड़क गया और कहा कि आप दो वर्ष में एक सेमेस्टर की परीक्षा करा सके हो। आप हमारा भविष्य चौपट करने पर तुले हुए हो। इस पर दोनों के बीच जमकर बहस शुरू हो गई और छात्र ने परीक्षा नियंत्रक को जमकर खरी-खोटी सुना डालीं। इतना ही नहीं, गुस्साए छात्र ने परीक्षा नियंत्रक से यह तक कह दिया कि आप इस कुर्सी पर बैठने लायक ही नहीं हो। मामला बढ़ता देख परीक्षा नियंत्रक ने सुरक्षा कर्मियों को को बुला लिया और छात्र के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराने की बात कही, लेकिन बाद में छात्र ने परीक्षा नियंत्रक से माफी मांग ली और वापस लौट गया।

प्रेस्टन महाविद्यालय के पास छात्रों को किया फैल, नहीं भर पाए फार्म

छात्र से हुए विवाद के बाद परीक्षा नियंत्रक ने इस मामले की जानकारी ली तो पला चला कि बीएड-एमएड इंटीग्रेटेड प्रथम वर्ष की परीक्षा में प्रेस्टन महाविद्यालय के सभी छात्रों को फेल कर दिया गया है, जबकि छात्र उक्त परीक्षा में पास थे, लेकिन कलकत्ता की एजेंसी ने गलत करीके से डाटा अपलोड कर छात्रों को फेल कर दिया। इस कारण छात्र द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा फार्म नहीं भर पा रहे थे, जबकि परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि आठ मार्च है। इसके बाद परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा तिथि बढ़ाने के साथ ही सभी परीक्षा परिणाम सही करने के निर्देश दिए हैं।

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