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कर्मचारी ने फांसी लगाने का किया प्रयास तो आ गया एडवांस में वेतन

कर्मचारी ने फांसी लगाने का किया प्रयास तो आ गया एडवांस में वेतन
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मामला बाल संप्रेक्षण गृह का

ग्वालियर, विशेष प्रतिनिधि। बाल कल्याण एवं महिला सशक्तिकरण विभाग के तहत थाटीपुर क्षेत्र में स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में बीते रोज कई महीनों से वेतन नहीं मिलने से दुखी एक अस्थाई कर्र्मचारी ने फांसी लगाने का प्रयास किया तो हंगामा मच गया। जैसे-तैसे उसे नीचे उतारा गया। इसके बाद अधिकारियों को होश आया और तत्काल भोपाल फोन लगाए गए तो पिछले चार महीने के साथ मार्च 2018 तक का एडवांस वेतन आ गया। जानकारी के मुताबिक थाटीपुर में बाल संप्रेक्षण गृह एवं किशोर न्यायालय है। यहां एक दर्जन से अधिक स्थाई और अस्थाई अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यरत है। लेकिन इन सभी का चार पांच महीनों से वेतन नहीं आ रहा। इससे दुखी होकर यहां कार्यरत चौकीदार 47 वर्षीय सतीश शर्मा ने गुरुवार को मफलर को छत के कुंदे से लटकाकर गले में फांसी का फंदा बना लिया। लेकिन वहां तैनात रसोइया ओपी मौर्य को कुछ शक हुआ तो वह कमरे में गया तो सतीश फांसी पर झूल रहा था, उसने तुरंत चीखना शुरू कर दिया और गार्ड की मदद से सतीश को नीचे उतार लिया।

ऐसा होने पर वहां हंगामा मच गया। तुरंत अधिकारियों को फोन लगाए तो जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी शालीन शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। तब वहां मौजूद कर्मचारियों ने वेतन नहीं मिलने से सभी के यहां खाने के लाले पड़ने की बात कही। इस पर श्री शर्मा ने तुरंत भोपाल फोन खनखनाए। इसका परिणाम यह हुआ कि शाम तक अस्थाई कर्मचारियों के चार-पांच महीनों के वेतन के साथ मार्च 2018 तक का वेतन लगभग 4.50 लाख रुपया विभाग के खाते में आ गया। सतीश शर्मा 22 साल से बाल संप्रेक्षण गृह में चपरासी- चौकीदार के रूप में पदस्थ है। उसका वेतन लगभग 11 हजार रुपए मासिक है। वह हजीरा पर अपनी मां पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता है। लेकिन वेतन नहीं मिलने से परिवार का लालन-पालन नहीं कर पा रहा था। यही स्थिति अन्य कर्मचारियों की भी है। यहां के कर्मचारियों ने वेतन न मिलने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में भी कर रखी है।

लेखा पाल को कर दिया बाहर
यहां कार्यरत लेखापाल ओपी बाथम ने जब ज्यादा शिकायत की तो उसे यहां से हटा दिया गया। उसके परिवार में भी शादी है। लेकिन वेतन नहीं दिया जा रहा।

इनका कहना है

बाल संप्रेक्षण गृह में कुछ समस्या थी लेकिन अब पुराने के साथ मार्च 2018 तक का वेतन विभाग के पास आ गया है। सतीश शर्मा ने फांसी लगाने का प्रयास किया यह जानकारी आप से मिल रही है। जहां तक बाथम की बात है, तो उन्हें तो अब जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाना है। वे दूसरी जगह ज्वाइन नहीं हुए है।

शालीन शर्मा,

जिला बाल कल्याण एवं महिला सशक्तिकरण अधिकारी


Updated : 3 Feb 2018 12:00 AM GMT
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