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पुस्तकों का पाठन व संकलन सही समय पर हो: पराड़कर

पुस्तकों का पाठन व संकलन सही समय पर हो: पराड़कर
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पाठक मंच का शुभारंभ
ग्वालियर| मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी, संस्कृति परिषद् भोपाल द्वारा संचालित पाठक मंच योजनान्तर्गत भाषा अध्ययन शाला, जीवाजी विश्वविद्यालय में पाठक मंच का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर उपस्थित थे। अध्यक्षता अकादमी के निदेशक डॉ. उमेश सिंह ने की।

कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती पूजन से की गई। मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए श्रीधर पराड़कर ने कहा कि म.प्र.साहित्य अकादमी के द्वारा प्रदत्त पुस्तकों का पाठन सही समय पर व सही समीक्षाओं का संकलन कर अकादमी को प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है। इससे लेखक एवं साहित्यकारों को समुचित सम्मान मिलेगा व सभी लाभान्वित भी होंगे। अकादमी के निदेशक डॉ. उमेश सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन में पाठकों की समीक्षाओं को प्राप्त करने के पश्चात अच्छी समीक्षाओं को चयनित कर उन्हें प्रकाशित किए जाने का आश्वासन दिया और साहित्य अकादमी की भूमिका सहित हर संभव सहयोग प्रदान करने का विश्वास दिलाया।
भाषा अध्ययन शाला के समन्वयक डॉ. हेमन्त शर्मा ने अपने वक्तव्य में पाठक मंच में छात्रों को जोड़ने की बात कही। डा. मन्जुलता आर्य ने पाठक मंच की भूमिका पर अपना वक्तव्य दिया।

इसी के साथ डॉ. वन्दना कुशवाह ने पाठकों का दायित्व एवं सहभागिता पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. अन्नपूर्णा भदौरिया ने पुस्तक समीक्षा पर निर्दिष्ट बिंदुओं का उल्लेख कर पाठकों की सोच और उनकी क्रियात्मकता पर प्रकाश डाला। इस मौके पर पाठक मंच से जुड़े पाठकों एवं साहित्यकारों का भी स्वागत किया गया।

इस अवसर पर डॉ. सत्या शुक्ला, संजय सिंह, श्रीमती किरण वर्मा, डॉ. अंशु सिंह, डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर, राजहंस त्यागी, करमजीत सिंह, अमिता शर्मा, अविनाश साहू, उपेन्द्र कस्तूरे सहित अन्य साहित्यकार एवं पाठकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रामचरण चिड़ार एवं आभार डॉ. ज्योत्सना सिंह ने व्यक्त किया।

Updated : 19 Jan 2018 12:00 AM GMT
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