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मुझे जीना नहीं है, आप लोग मुझे चैन से मरने भी नहीं दे रहे हो

मुझे जीना नहीं है, आप लोग मुझे चैन से मरने भी नहीं दे रहे हो
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-पिता से झगड़कर शराब के नशे में पटरी पर लेटा युवक
-सिग्नल देख आरपीएफ ने लगाई दौड़, आरपीएफ ने युवक को पकड़कर जीआरपी को सौंपा
ग्वालियर। मुझे जीना नहीं है मेरी बात को ई घर में कोई सुनता नहीं है आप लोग मुझे चेन से मरने भी नहीं दे रहे हो। यह बात बीती रात को नशे में धुत एक युवक ने आरपीएफ के जवान से कही। हुआ यूं कि बीती रात को ग्वालियर रेलवे स्टेशन के आगरा एंड की ओर मैनलाइन पर एक युवक अपने पिता से झगड़कर अपने मित्र के साथ पटरी पर आकर लेट गया। इसी बीच कंट्रोल से ट्रेन के निकलने का हरा सिग्नल भी दे दिया गया।

तभी आरपीएफ के जवानों की नजर युवक पर पड़ी तो आरपीएफ जवानों के हाथ पांव फूल गए। जवानों ने युवक को पटरी पर लेटा देख दौड़ लगाकर उसे वहां से उठाकर जीआरपी के हवाले कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार-गुरूवार की दरमियानी रात को आनंद नगर निवासी विकास शर्मा का पिता से किसी बात पर झगड़ा हो गया था। इसी बात पर उसने शराब का सेवन ज्यादा कर लिया व स्टेशन पर हंगामा करते हुए वह आगरा एंड की ओर मैनलाइन पर आकर लेट गया। तभी कंट्रोल से ट्रेन निकलने का हरा सिग्नल दे दिया गया। इसी बीच आरपीएएफ के आरक्षक हरीकिशन जब प्लेटफार्म पर गश्त कर रहे थे, तो उनकी की नजर पटरी पर पड़ी। जहां पर देखा कि विकास शर्मा शराब के नशे में पटरी पर आत्माहत्या करने के लिए लेटा हुआ है। आरपीएफ आरक्ष हरीकिशन ने ने हरा सिग्नल देख दौड़ लगाकर विकास को वहां से उठाकर जीआरपी के हवाले कर दिया। जीआरपी ने विकास के परिजनों को सूचना दी। सूचना के बाद विकास के परिजन सुबह जीआरपी थाने पहुंचे व जीआरपी ने परिजनों को समझाइश देकर विकास को उनके सुर्पुद कर दिया।

Updated : 29 Sep 2017 12:00 AM GMT
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