Home > Archived > पाकिस्तान के लाहौर एनए-120 सीट पर मतदान संपन्न, पहली बार बायोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल

पाकिस्तान के लाहौर एनए-120 सीट पर मतदान संपन्न, पहली बार बायोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल

पाकिस्तान के लाहौर एनए-120 सीट पर मतदान संपन्न, पहली बार बायोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल
X


इस्लामाबाद। पाकिस्तान के लाहौर एनए-120 सीट पर रविवार को हो रहे उपचुनाव में अपदस्त प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज उनकी पार्टी ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग’ से मैदान में हैं। इस सीट को नवाज परिवार का गढ़ माना जाता है। लोगों में इस चुनाव के प्रति काफी रुझान देखा जा रहा है और सुबह से ही बूथों पर मतदाताओं की लम्बी कतार लगी रही । लाहौर की नेशनल एसेम्बली सीट पर हो रहे इस चुनाव में कुल 44 उम्मीदवार अपना किस्मत आजमा रहे हैं । यह चुनाव पाकिस्तानी सेना की देखरेख में कराया जा रहा है और पाक चुनाव आयोग द्वारा जारी किये गए पास वाले पत्रकारों को छोड़कर किसी भी मीडिया को बूथों तक जाने की अनुमति नहीं दी गयी है । यह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली है।

पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार इस चुनाव में बायोमेट्रिक वोटर वेरिफिकेसन मशीन का इस्तेमाल पाक चुनाव आयोग कर रहा है । इस चुनाव में कुल 220 बूथ बनाये गए हैं जिसमें 103 बूथ पुरुषों के लिए व 98 बूथ महिलाओं के लिए बनाये गए हैं । 19 बूथ ऐसे हैं जहाँ पुरुष व महिला दोनों वोट दल सकेंगे । 39 बूथों पर 100 बायोमेट्रिक वोटर वेरिफिकेसन मशीन लगाये गए हैं जिसपर 30 हजार लोग अपना वोट डालेंगे । इस सीट के लिए 142,144 महिला वोटर समेत कुल 321,786 वोटर वोट करेंगें और इसके लिए आयोग ने 350,000 मतपत्र छपवाया है । सभी बूथों को यहाँ संवेदनशील घोषित किया गया है ।

8.00 बजे सुबह में जब वोटिंग शुरू हुई तो भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोगों को लम्बी कतारों में लगना पड़ा । लोगों ने आयोग को इसकी शिकायत भी की कि मतदान की गति काफी धीमी है । कई लोगों ने व्हाट्सअप और ट्विटर पर भी चुनाव आयोग को इसकी शिकायत की । इस सीट पर 1990 से नवाज सरीफ तीन बार चुनकर गए हैं और प्रधानमंत्री का पद संभाला है । नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज उनकी पार्टी ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग’ से मैदान में हैं जबकि पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) की तरफ से डा. यस्मिन रशीद लड़ रही हैं । पाकिस्तान पुपिल्स पार्टी (पीपीपी) के फैसल मीर के बीच त्रिकोणीय मुकाबले संभावित हैं । इनके अतिरिक्त जमायत ए इस्लामी के जियायुर रहमान और नयी पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग के प्रत्याशी सेख मुहम्मद याकूब भी मैदान में प्रमुख उम्मीदवारों में हैं ।

वहीं यह देखा जा सकता है कि भ्रष्टाचार मामले में दोषी पाए जाने के बावजूद आम लोगों का नवाज के प्रति झुकाव कम नहीं हुआ है।स्थानीय लोगों के अनुसार आम लोग भ्रष्टाचार के मामले को लेकर उनसे नाराज तो हैं, लेकिन जब चुनाव की बात आती है तो उनकी पसंद नवाज परिवार ही होता है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार के मामले से नवाज शरीफ देर-सबेर उबर ही जाएंगे। पंजाब प्रांत पाकिस्तान की जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़ा है और नवाज की पार्टी पीएमएलएन का यहां खासा दबदबा रहा है।स्थानीय लोगों का मानना है कि नवाज ने पंजाब और लाहौर के विकास में काफी योगदान दिया है। शायद यही वजह है कि इस उप-चुनाव में भ्रष्टाचार कोई बड़ा मुद्दा नहीं बन पाया है।

चूंकि नवाज़ की पत्नी कुलसुम नवाज़ को गले का कैंसर हुआ है और उनका इलाज चल रहा है इसलिए चुनाव प्रचार की सारी ज़िम्मेदारी मरियम नवाज़ को दी गई है । मरियम नवाज़ बहुत तेज़ तर्रार नेता हैं और पंजाब में उनकी लोकप्रियता भी है। सोशल मीडिया पर भी उनके फॉलोवर्स की अच्छी खासी संख्या है । उनकी तुलना भूतपूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो से की जाती है, इसलिए कुलकुम नवाज़ की ग़ैर मौजूदगी में भी उनके चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं रखी गयी है।

Updated : 17 Sep 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top