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मुख्य सचिव ने निकलवाया बंद कमरे में पड़ा रिकॉर्ड

मुख्य सचिव ने निकलवाया बंद कमरे में पड़ा रिकॉर्ड
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ग्वालियर, न.सं.। जिलाधीश कार्यालय के कमरा नंबर 124 में विगत तीन वर्षों से वीरान और असुरक्षित पड़े विभिन्न शाखाओं के रिकार्ड को मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह के आदेश पर राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव अरुण पाण्डेय ने एडीएम शिवराज वर्मा को निर्देशित कर गुरुवार शाम को बाहर निकलवाया। 155 बस्तों में भरे मिले इन दस्तावेजों और फाइलों की छटनी की संबंधित कार्यालयों में व्यवस्थित करने अथवा निराकृत नस्तियों को रिकॉर्ड रूम में पहुंचाने के निर्देश एडीएम श्री वर्मा ने अधीनस्थों को दिए हैं।

उल्लेखनीय है कि म.प्र. शासन के मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह के सख्त निर्देशों के बावजूद जिलाधीश कार्यालय की विभिन्न शाखाओं के गायब रिकॉर्ड को न तो कमरा नंबर 124 में रखी नस्तियों में विगत तीन वर्षों में खोजने की कोशिश की गई और न ही इस कमरे में बिना ताला-कुंडी लगे असुरक्षित पड़े शासकीय एवं महत्वपूर्ण रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने का प्रयास किया गया। करीब एक माह पूर्व भी ‘स्वदेश’ ने इस अव्यवस्थित पड़े रिकॉर्ड के संबंध में खबर प्रकाशित कर जिलाधीश राहुल जैन सहित अन्य अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित किया था। जिलाधीश ने इस रिकॉर्ड को जल्द व्यवस्थित करने की बात तो कही थी, लेकिन इस दौरान न तो खुद ही और न ही अधीनस्थ को इस रिकॉर्ड को देखने के लिए भिजवाया। परिणाम स्वरूप गुरुवार की शाम तक यह रिकॉर्ड यथा स्थिति में पड़ा था।

‘स्वदेश’ ने गुरुवार को पुन: खबर प्रकाशित कर इस प्रकरण को म.प्र शासन के मुख्य सचिव एवं राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया। मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव राजस्व ने ‘स्वदेश’ की खबर पर संज्ञान लेते हुए एवं इसे गंभीरता से लेते हुए गुरुवार को शाम करीब पांच बजे एडीएम शिवराज वर्मा को जिलाधीश कार्यालय के कमरा नंबर 124 में भेजा। एडीएम श्री वर्मा ने जिलाधीश कार्यालय की विभिन्न शाखाओं के बाबुओं को साथ लेकर इस रिकॉर्ड को बाहर निकलवाया। रिकॉर्ड नस्तियों से भरे बस्तों को जब अलग-अलग किया गया तो यहां 14 विभिन्न शाखाओं की नस्तियों व दस्तावेजों से भरे कुल 155 बैग मिले। एडीएम ने इन बैगों को कमरे के बाहर हॉल में रखवाकर बाहर ताला लगा दिया, साथ ही रिकार्ड की सूची बनाकर संबंधित एसडीएम व शाखा प्रमुखों को तुरंत इस रिकॉर्ड की छटनी की और इसे व्यवस्थित करने व निराकृत प्रकरणों को रिकॉर्ड रूम में भेजने के निर्देश दिए।

Updated : 25 Aug 2017 12:00 AM GMT
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