अपनों को देख भर आर्इं आंखें, भगवान को दिया धन्यवाद
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सभी स्टेशनों पर समय से पहले पहुंची थी ट्रेन
ग्वालियर, न.सं.। उत्तरप्रदेश के मुजफ्फर नगर में बीते रोज हुए ट्रेन हादसे में घायल हुए लोग जब मंगलवार को अपने घर लौटे तो परिजनों को सामने देखकर उनका गला भर आया और आंखों में आंसू आ गए। किसी की बेटी अपनी पिता के गले लिपट गई तो किसी ने सही सलामत घर लौटने पर भगवान को धन्यवाद दिया। यह भावुक माहौल मंगलवार शाम को उस समय देखने को मिला, जब उत्कल एक्सप्रेस हादसे में घायल हुए लोग अपने घर लौटे।
उल्लेखनीय है कि विगत शनिवार शाम को मुजफ्फर नगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुई कलिंग उत्कल एक्सप्रेस में सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने के लिए ग्वालियर से 45 यात्रियों का एक दल भी हरद्विार जा रहा था, लेकिन मुजफ्फर नगर के पास हुए रेल हादसे में सभी यात्री घायल हो गए थे, जिन्हें उपचार के बाद सोमवार शाम को डिस्चार्ज किया गया। रेल हादसे में घायल हुए अशोक कुमार सिंघल ने स्वदेश से चर्चा करते हुए बताया कि जिस समय रेल हादसा हुआ, उससे पहले जोरदार तीन झटके लगे और रेल हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद वहां के प्रशासन द्वारा उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया और पूरा इलाज अस्पताल प्रबंधन ने नि:शुल्क किया।
कोच से आ रही आवाज पर नहीं दिया ध्यान:- सेवानगर में रहने वाले नितिन कुशवाह ने बताया कि जिस समय हादसा हुआ था, उससे कुछ समय पहले जिस कोच में वह यात्रा कर रहे थे, उसमें से आवाज आ रही थी, लेकिन उन्होंने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि ट्रेन सभी स्टेशनों पर समय से पहले पहुंच रही थी। उन्होंने यह भी बताया कि टेÑन की गति भी ज्यादा थी।
अचलेश्वर के पुजारी भी हुए घायल
शहर के सबसे प्रसिद्ध अचलेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी गोपाल पंडित भी इस रेल हादसे में घायल हुए थे। उन्होंने भोलेनाथ का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उन्हें दूसरा जीवन मिला है।
हादसे के बाद पूरे शरीर में लगा करंट
ग्वालियर के रहने वाले पवन अग्रवाल ने बताया कि जिस समय रेल हादसा हुआ, उसके बाद उनके पूरे शरीर में जोरदार करंट लगा था, जिसके चलते वह अभी ठीक से बोल तक नहीं पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस आश्रम में उन्हें रुकवाया गया था, वहां के लोगों ने उन्हें वहां से जाने को कहा।