नगरीय निकाय चुनाव: 25 सीटों पर खिला कमल, 15 पर कांग्रेस ने मारी बाजी
भोपाल। मध्य प्रदेश में हुए 43 नगरीय निकाय चुनावों के परिणाम आ चुके हैं। इनके अनुसार प्रदेश की 25 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है, वहीं 15 निकायों में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सेंध लगाने में कामयाब रही है। निकाय चुनाव परिणामों के बाद प्रदेश भाजपा कार्यालय में जहां जश्न का माहौल है, वहीं कांग्रेस भी निकाय चुनाव परिणामों को अच्छा संकेत मान रही है।
मध्य प्रदेश के 43 नगर निकायों में हुए चुनाव की मतगणना बुधवार सुबह शुरू हुई। दोपहर दो बजे तक लगभग सभी परिणाम आ गए थे। हालांकि इनमें से कई की औपचारिक घोषणा नहीं हुई थी। इन परिणामों के अनुसार 25 निकायों में भाजपा, 15 निकायों में कांग्रेस और शेष 3 निकायों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। जैसे-जैसे चुनाव परिणाम आ रहे थे, प्रदेश भाजपा कार्यालय में भीड़ बढ़ती जा रही थी और दोपहर होते-होते तो यहां जश्न का माहौल बन गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह भी प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे और एक-दूसरे को बधाई दी। डबरा नगरपालिका में पहली बार मिली जीत से मुख्यमंत्री काफी उत्साहित थे और उन्होंने इसके लिए जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा को बधाई दी। प्रदेश में भाजपा को मिली जीत पर प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के सारे षड्यंत्र फेल हो गए और भाजपा एक बार फिर जनता का विश्वास हासिल करने में कामयाब रही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को देश और प्रदेश का इकलौता जननायक बताया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चुनाव में फिर भाजपा ने शानदार सफलता हासिल की है| इसके लिए मैं सभी को बधाई देता हूँ| यह जीत भाजपा की नीतियों की जीत है| मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिश्रम की विजय है और मैं उनके परिश्रम को प्रणाम करता हूँ|
कांग्रेस में भी उत्साह: निकाय चुनावों में 15 निकायों में जीत हासिल होने के बाद कांग्रेस में भी उत्साह दिखाई दिया। पार्टी इन परिणामों को भविष्य के लिए अच्छा संकेत मान रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि निकाय चुनावों में पार्टी को मिली सफलता कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जीत है और परिवर्तन की बयार का संकेत है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जहां-जहां भी नर्मदा सेवा यात्रा निकली थी, वहां मां नर्मदा ने कांग्रेस को विजयश्री दिलाकर पाखंडियों के चेहरे पर राजनीतिक तमाचा मारा है। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में प्रदेश की भाजपा सरकार के अधिकांश मंत्री अपनी नाक नहीं बचा पाए, वहीं कथित तौर पर प्रचारित किए जा रहे मुख्यमंत्री के करिश्माई तिलस्म का भ्रम भी टूट गया है।
इन सीटों पर जीती भाजपा: जैतवारा ,आठनेर, हर्रई, कैलारस, कोतमा, राणापुर, डिंडोरी, भिकनगांव, मंडलेश्वर, थांदला ,पेटलावद, भाबरा, डबरा ,नेपानगर, चिचोली , नैनपुर ,पाली, बम्हनी बंजर ,बिछिया, जोबट, छनेरा, बुढार, जयसिंह नगर, बिजुरी एवं शहडोल ।
यहां कांग्रेस का कब्जा: मंडला, सैलाना, मोहगांव, शाहपुरा, निवास, जुन्नारदेव, महेश्वर, सनावद ,दमुआ, सौसर, बैहर, अलीराजपुर, झाबुआ , गाडरवारा एवं शमशाबाद।
यहां जीते निर्दलीय: लखनादौन, पांढुर्णा एवं सारणी।