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भाड़े के लठैत कर रहे वाहन चैकिंग

भाड़े के लठैत कर रहे वाहन चैकिंग
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-जमकर वसूली कर रही है पुलिस

ग्वालियर।
म.प्र. पुलिस के मुखिया ऋषिकुमार शुक्ला के सख्त आदेश के बाद भी शहर में भाड़े के लठैत पुलिस के संरक्षण में वाहन चैकिंग कर रहे हैं। हेलमेट अभियान की आड़ में पुलिस भाड़े के लठैतों से जमकर वसूली करा रही है, जबकि शहर में बढ़ती आपराधिक वारदातों से लोग स्वयं को सड़कों पर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शहर में हर रोज पुलिस सड़कों पर खड़े होकर ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाती है, जो बिना हेलमेट के होते हैं। वाहन चालकों को पकड़ने के लिए थाने में रखे गए भाड़े के लठैत दादागीरी करके गाड़ियों को रोकते हैं। इन लठैतों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे हाथ में डंडे लेकर वाहन के आगे अड़ाकर चालकों को रोकते हैं। वाहनों को रोकने की इस आपाधापी में कइ बार वाहन चालक गिर कर घायल हो जाते हैं। पुलिस वाहन चैकिंग की आड़ में जमकर अवैध वसूली कर अपना खजाना भर रही है। रविवार शाम को गोले का मंदिर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एमआईटीएस कॉलेज के पीछे इन्द्रमणि नगर में नगर रक्षा समिति के आधा दर्जन युवकों को खड़ा करके वाहन चैकिंग कराई जा रही थी। इसी स्थान पर चैकिंग में अक्सर दो युवक लट्ठ लेकर खड़े होते हैं, जो गुण्डाई अंदाज में वाहन चालकों को रोकते हैं। पुलिस कर्मचारियों को चैकिंग से कोई लेना-देना नहीं है। वह तो सिर्फ चालान काटने या फिर वसूली करने के लिए एक तरफ खड़े होते हैं। वाहन चैकिंग के दौरान पुलिस या फिर लट्ठ लेकर खड़Þे होने वाले युवक नियमों की अनदेखी कर वाहनों से चाबियां खींचते हैं। इनको यह अधिकार किसने दिया है कि हेलमेट नहीं होने पर वाहन चालक के साथ अभद्रता कर मारपीट पर आमादा हो जाएं। पुलिस का अभियान हेलमेट तक ही सीमित है, जबकि शहर में बढ़ते अपराधों ने लोगों का सड़क पर चलना तक दूभर कर दिया है। कहीं झपटमार लूट की वारदात कर रहे हैं तो कहीं नशे में चूर सिरफिरे चाकूबाज बेगुनाहों की जान ले रहे हैं। इससे पुलिस और लट्ठ लेकर चैकिंग करने वाले नगर रक्षा समिति के युवकों को कोई लेना-देना नहीं है। चैकिंग की आड़ में पुलिस का वसूली अभियान लोगों को अब परेशान करने लगा है।

गाड़ी की चाबी खींचने का नहीं है अधिकार

चैकिंग के दौरान पुलिस और लठैतों द्वारा बल पूर्वक वाहनों की चाबी खींचना आम बात है, जबकि विधि के जानकार कहते हैं कि पुलिस को कोई अधिकार नहीं है कि वह चलते वाहन से चाबी खींचें। बाबजूद इसके चौराहों और चैकिंग प्वाइंट पर तैनात पुलिस स्टाफ सबसे पहले वाहन की चाबी ही खींचतें हैं। यह अब शहर पुलिस की परम्परा बन गई है।

नगर रक्षा समिति के सदस्य नहीं कर सकते वाहन चैकिंग

नगर रक्षा समिति के सदस्य वाहनों की चैकिंग नहीं कर सकते हैं, जबकि शहर में नगर रक्षा समिति से जुड़े युवक ही वाहन चैकिंग में गाड़ियों की धरकपड़ करते हैं। बताया गया है कि माधौगंज थाने के अंतर्गत नगर रक्षा समिति से जुड़े युवकों से वाहन चैकिंग कराए जाने की शिकायत पुलिस महानिदेशक ऋषिकुमार शुक्ला से की गई थी। तब से शहर में इन युवकों को कुछ दिन के लिए वाहन चैकिंग से दूर रखा गया था, लेकिन गोले का मंदिर पुलिस आज भी बेरोकटोक नगर रक्षा समिति से जुड़े युवकों से वाहन चैकिंग करा रही है।

थाना प्रभारी पचौरिया ने युवकों को चैकिंग से भगाया

सड़क पर खड़े होकर वाहनों को रोक रहे युवकों के बारे में जब गोले का मंदिर थाने की कमान संभाल रहे गजेन्द्र पचौरिया से पूछा गया तो उन्होंने आनन-फानन में चैकिंग कर सहायक उपनिरीक्षक श्री पवैया को फोन कर नगर रक्षा समिति के युवकों को वहां से भाग जाने को कहा। इस संबंध में सहायक उपनिरीक्षक श्री पवैया का कहना है कि श्री पचौरिया का फोन आया था, इसलिए मैंने युवकों को वहां से भगा दिया है।

इनका कहना है

‘हमारे यहां चैकिंग नगर रक्षा समिति के युवकों से नहीं कराई जाती है। यदि ऐसा है तो पता करके बताता हूं। दोबार सम्पर्क करने पर उनका फोन नहीं उठा।’

गजेन्द्र पचौरिया,गोले का मंदिर थाना प्रभारी

Updated : 31 July 2017 12:00 AM GMT
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