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मजबूत होगी शहर की सफाई व्यवस्था, 100 किमी लंबी सड़कों की हर दिन होगी सफाई

मजबूत होगी शहर की सफाई व्यवस्था, 100 किमी लंबी सड़कों की हर दिन होगी सफाई
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नए सिस्टम से चलेंगी स्वीपिंग मशीनें वैक्यूम क्लीनर की तर्ज पर होगी सफाई

ग्वालियर। स्मार्ट सिटी में सफाई व्यवस्था मजबूत करने के लिए अब मैकेनाईज्ड स्वीपिंग सिस्टम (यांत्रिक सफाई प्रणाली) से शहर की सड़कों की सफाई कराई जाएगी। शहर की सड़कों की सफाई कर्मचारियों के स्थान पर वैक्यूम मशीन करती दिखाई देगी। जहां पहले शहर की गलियां व कॉलोनियों में सफाई का कार्य किया जाता था वहीं अब शहर की मुख्य सड़कों पर चौबीसों घण्टे सफाई की जाएगी। इन मुख्य सड़कों की सफाई ग्वालियर शहर में पहली बार रोड स्वीपिंग मशीन से की जाएगी। मशीन से सफाई कराने के लिए 70 सड़कों को शामिल किया गया है। हर विधानसभा क्षेत्र में 25 - 25 किलोमीटर लम्बाई में इस प्रकार कुल मिलाकर 100 किलोमीटर लम्बी सड़कों की सफाई हर दिन होगी। इसके लिए चार मैकेनिकल स्वीपर तैनात किए जाएंगे। यह जानकारी शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में स्मार्ट सिटी के कार्यों में तेजी लाने के मकसद से हुई विभागीय समन्वय बैठक में स्मार्ट सिटी की सीईओं विदिशा मुखर्जी ने दी। श्रीमती मुखर्जी ने बताया कि मैकेनाईज्ड स्वीपिंग सिस्टम से वैक्यूम क्लीनर की तर्ज पर सड़कों की सफाई की जाती है, जिससे सड़कें धूल रहित होकर पूर्णत: साफ-सुथरी बनी रहती हैं। बैठक में जिलाधीश डॉ. संजय गोयल ने मौजूद लगभग डेढ़ दर्जन विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने विभागों से संबंधित सड़क, पाइप लाईन, गैस लाईन, विद्युत लाईन एवं अन्य अधोसंरचनागत जानकारी पांच जून तक स्मार्ट सिटी कार्यालय में मुहैया कराएं।

कर्मचारियों को अन्य कार्यों में लगाया जाएगा

शहर सड़कों की सफाई मशीन के द्वारा होगी, जो कर्मचारी सड़कों पर सफाई करते हैं उन्हें निगम के अन्य कार्यों में लगाया जाएगा। जिससे कॉलोनियों में लगने वाले गंदगी के ढेर से निजात मिल जाएगी। कॉलोनियों में जहां गंदगी के ढेर बीमारी फैलाते हैं तो वहीं सुंदरता पर दाग के समान बने हुए हैं। सुबह कर्मचारी गंदगी के ढेर को उठाते हैं तो शाम होते-होते वही हाल हो जाता है। मशीन से सफाई शुरू होने के बाद समय की काफी बचत होगी। अभी तक सफाई करने के लिए कर्मचारी पहले तो झाड़ू से सड़क पर फैली हुई मिट्टी को एकत्रित करते हैं उसके बाद उन्हें हाथ वाली रेहड़ी में डालकर दूर स्थान पर फैंका जाता है। इसमें काफी समय लगता है।

साडा कार्यालय में होगा स्मार्ट सिटी का कार्यालय

स्मार्ट सिटी का आॅफिस फिलहाल सिटी सेंटर स्थित साडा कार्यालय के द्वितीय तल पर स्थापित किया जाएगा। इसके बाद यह कार्यालय व्यवस्थित रूप में बाडा स्थित नगर निगम के पुराने कार्यालय भवन परिसर में स्थानांतरित होगा।

कलेक्ट्रेट की पहाड़ी पर बनेगा होलोग्राफिक स्टूडियो

बैठक में बताया गया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कलेक्ट्रेट सुरम्य पहाड़ी पर एम्फी थियेटर का निर्माण किया जाएगा। लगभग एक हजार सीटर के लिए इस थियेटर की ड्राईंग व डिजाइन तैयार कर ली गई है। अगले 10 दिन में पीआईयू के माध्यम से इसकी टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। स्मार्ट सिटी की सीईओ विदिशा मुखर्जी ने बताया कि कलेक्ट्रेट पहाड़ी पर थ्रीडी होलोग्राफिक स्टूडियो स्थापित किया जाएगा। इसकी टेण्डर प्रक्रिया शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बैठक में ऐतिहासिक महत्व की बावड़ियों का पर्यटन के लिहाज से जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करने का निर्णय बैठक में लिया गया। डॉ. गोयल ने इंटर्नशिप कर रहे विद्यार्थियों के माध्यम से जल्द से जल्द इन बावड़ियों का सर्वे पूर्ण कर काम कराने के निर्देश दिए हैं।

यह काम होंगे स्मार्ट सिटी में

स्टार्टअप का प्रशिक्षण देने गारमेन्ट पार्क के समीप स्थापित होगा इक्यूवेंशन सेंटर।

शहर में मौजूदा माह से ई-रिक्शा चलाने के प्रयास।

नमस्ते जी पोर्टल के जरिए एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलेंगीं नागरिक सेवाएं (प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, कारपेन्टर इत्यादि)।

लगभग 175 सरकारी भवनों में भवन रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से जुड़ेंगे।
शहर का सिटी डेसबोर्ड बनेगा। वन सिटी वन एप एकीकृत कम्युनिकेशन एप तैयार होगा।

एक एप पर होगी आठ ब्लड बैंकों की जानकारी।

हैरीटेज स्वरूप में लगेंगे वाटर एटीएम।

शहर में बनेंगी 23 स्मार्ट रोड़। दो स्थानों पर बनेगी स्मार्ट मल्टीलेवल पार्किंग।

बनेंगे स्मार्ट पार्क, प्रथम चरण में लेडीज पार्क, शिवाजी पार्क व नेहरू पार्क का होगा सौंदर्यीकरण।

वर्किंग वूमन होस्टल व ओल्ड एज होम का स्मार्ट सिटी के तहत होगा निर्माण।

कटोराताल में एक्वैरियम की तर्ज पर पानी साफ करने का सिस्टम लगेगा।
वाटर शोप व पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी।

फूलबाग मैदान, लक्ष्मीबाई मैदान और संभागीय गामीण हाट बाजार का होगा स्मार्ट डवलपमेंट।

कैन्टोनमेंट क्षेत्र की ऐतिहासिक इमारतों को भी पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा।

ग्वालियर को जीरो कार्बन सिटी बनाने पर रहेगा जोर।

सफाई के लिए टेलीफोन कॉल पर पहुंचेगी स्वच्छता एक्सप्रेस।

बैजाताल व मोतीमहल के समीप स्थित साडा के ट्रेनिग सेंटर को र्स्टाट आप प्रशिक्षण के लिए तैयार किया जाएगा।

जीडीए को जेएएच के टीबी वार्ड के पुनर्घनवत्वीकरण के लिए स्मार्ट सिटी से मिलेगा प्रारंभिक फण्ड।

महाराज बाड़े पर सेंट्रल लाइब्रेरी का होगा नवीनी करण।

महाराज बाड़े का होगा स्मार्ट सौंदर्यीकरण
वाई-फाई, हॉट स्पॉट, शहर के इंट्रेंस पर सीसीटीवी सर्विलेंस सेंसर तथा शहर में एयर क्वालिटी मॉनीटरिग व वाटर क्लाविटी मौनीटरिंग सेंसर लगेंगे।

इनका कहना

‘‘शहर की मुख्य सड़कों पर चौबीसों घ्ांटे सफाई की जाएगी। इन मुख्य सड़कों की सफाई ग्वालियर शहर में पहली बार रोड स्वीपिंग मशीन से की जाएगी। ’’


विदिशा मुखर्र्जी, स्मार्ट सिटी सीईओ

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Updated : 3 Jun 2017 12:00 AM GMT
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