चिरगांव शौचालय में अपात्र का चयन, तो वसूली प्रधान सेके बेहटा संत गांव को मिलेंगें 15 लाख
झांसी। शौचालय निर्माण में यदि अपात्र का चयन किया जाता है तो ग्राम प्रधान से वसूली की जायेगी। ग्राम बेहटासंत ब्लाक चिरगांव का खुले में शौच मुक्त पहला गांव है अत: निगरानी समिति यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बाहर शौच हेतु न जाये। यदि ऐसा किया जाता है तो गांव के विकास हेतु 15 लाख रुपये दिये जायेगें।
यह बात मंडलायुक्त अमित गुप्ता ने विकासखंड चिरगांव में ग्राम बेहटासंत एवं ग्राम जरयाई में चौपाल की अध्यक्षता करते हुये ग्रामीणजन से कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वयं स्वच्छता के प्रति जागरुक होना पड़ेगा तभी गांव में खुशहाली आयेगी। पर्याप्त सफाई न होने पर सेकेट्री जितेंद्र मकराडिय़ा को निलंबित किया गया।
मंडलायुक्त ने स्पष्ट कहा कि जिनके पास टे्रक्टर, लाइसेंस युक्त शस्त्र, पेंशन आदि प्राप्त कर रहे हैं उन्हें शौचालय हेतु मदद नहीं दी जाये। जो जरुरतमंद हैं उनको लाभ दिया जाये। उन्होंने कहा कि लाभार्थी स्वयं शौचालय निर्माण प्रारंभ करायेगा तथा जब निर्माण 2 फुट का होगा तो 6 हजार रुपये की प्रथम किस्त और जब पूर्ण हो जायेगा तो द्वितीय किस्त तीन हजार रुपये तथा जब संपूर्ण ग्राम के शौचालय पूर्ण हो जायेंगे तो तृतीय किस्त तीन हजार रुपये दिये जायेगें। उन्होंंने कहा कि ऐसा करने से गांव के सभी लाभार्थी शीघ्र शौचालय निर्माण कर लें। उन्होंने कहा कि खुले में शौच मुक्त के बाद शासन से 15 लाख रुपये गांव के विकास हेतु प्राप्त होंगे। यदि गैस प्लांट लगाना चाहे तो लगा सकते हैं। उन्होंने गांव की अन्य समस्याओं को भी सुना।
मंडलायुक्त अमित गुप्ता ने ग्राम जरयाई में चौपाल की अध्यक्षता करते हुये निगरानी समिति के सदस्यों से बात की और लोगों को खुले में शौच से होने वाले नुकसान बताने को कहा, उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से भी निगरानी समिति के द्वारा जो कार्य किया जा रहा है जानकारी प्राप्त की। मंडलायुक्त ने कक्षा में जाकर बच्चों से भी खुले में शौच करने के नुकसान के बारे में पूछा, तो बच्चों ने बताया कि मक्खियां बैठती हैं और वही फिर खाने में बैठकर नुकसान, बीमारी फैलाती हैं। उन्होंने बच्चों को शौचालय प्रयोग करने की नसीहत दी और अपने छोटे-भाई बहन को भी शौचालय जाने के लिये प्रेरित करने को कहा। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी अमनदीप, डीपीआरओ डा. निरीषचंद्र साहू, ग्राम प्रधान बेहटासंत श्रीमती नरेश रश्मिी देवी, ग्राम प्रधान जरयाई श्रीमती रजा देवी आदि उपस्थित रहीं।
सचिव हुये निलंबित
जरयाई ग्राम में जूनियर हाईस्कूल के शौचालय की सफाई न होने के साथ चौपाल में अनुपस्थित होने पर सचिव जितेन्द्र मकराडिय़ा को निलंबित करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने संपर्क मार्ग जो नया बन रहा है उसकी गुणवत्ता की शिकायत की तथा सुधारे जाने की मांग की। मंडलायुक्त ने तत्काल सभी व्यवस्थायें सुचारु करने हेतु सांय संबंधित अधिकारियों संग बैठक करने का निर्णय लिया।