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मैं बरसाने की छोरी, ना कर मोसे बरजोरी...

मैं बरसाने की छोरी, ना कर मोसे बरजोरी...
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सेवा भारती के संस्कार केन्द्रों में बही संस्कृति की बयार
ग्वालियर|
कहा जाता है कि प्रतिभा अभावों में पलती है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण रविवार की संध्या बेला में राष्ट्रोत्थान न्यास भवन में सेवा भारती द्वारा सेवा वस्तियों में संचालित शैक्षणिक, संस्कार एवं बाल केन्द्रों के सामूहिक वार्षिक उत्सव में देखने को मिला। इस आयोजन में गरीब बस्तियों में भारी अभावों के बीच पल-बढ़ रहे छोटे-छोटे बच्चों ने धार्मिक और देश भक्ति गीतों पर ऐसी मनमोहक और आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुत दी, जिसे देखकर अतिथि और दर्शक सभी मुग्ध हो गए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता नवल किशोर गुप्ता, विशिष्ट अतिथि भाण्डेर विधायक घनश्याम पिरौनिया एवं सेवा भारती के प्रांतीय सचिव प्रदीप खाण्डेकर उपस्थित थे। अध्यक्षता अरुण प्रकाशन के संचालक रजत गुप्ता ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां शारदा के समक्ष दीप प्रज्जवलन और बच्चों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ हुआ। तत्पश्चात गणेश वंदना पर पहली नृत्य प्रस्तुति संजय नगर केन्द्र के बच्चों ने दी, जिसके बोल थे ‘धरीती के ऊपर दरिया, दरिया के ऊपर अम्बर, अम्बर के ऊपर चंदा, चंदा के ऊपर तारे...।’ इस प्रस्तुति पर दर्शकों के बीच जमकर तालियां बजीं। इसके बाद बच्चों ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी। बच्चों ने कभी धार्मिक प्रस्तुति देकर माहौल को धर्ममय बनाया तो कभी देश भक्ति से ओत-प्रोत प्रस्तुति देकर लोगों में राष्ट्र भक्ति का संचार किया।

इस आयोजन में शामिल संजय नगर, बजरंग कॉलोनी तिघरा रोड, महलगांव, गुढ़ा-गुढ़ी का नाका, बरार भवन सिंधी कॉलोनी, गोले का मंदिर, रमटापुरा, लक्ष्मणपुरा सहित अन्य संस्कार केन्द्रों के बच्चों ने एकल व समूह गायन, एकल व समूह नृत्य, योग व सूर्य नमस्कार के अलावा सम-सामयिक विषयों पर नाटकों की भी प्रस्तुति दी। विशेष रूप से बच्चों ने राधा-कृष्ण के रूप में ‘मैं बरसाने की छोरी, न कर मोसे बरजोरी, तू कालो पर मैं गोरी, अपनो कोई मेल नहीं...’ गीत पर सुन्दर नृत्य प्रस्तुति दी। इसके अलावा मैया यशोदा, ये तेरा कन्हैया, पनघट पर मोरी पकड़े बइयां..., हम लोगों को समझ सको तो समझो दिलवर जानी..., खेलोगे कान्हा होली करोगे मोसे ठिठोली..., मेरे देश में हो मेरे देश में पवन चले पुरवाई..., मैंने राम रतन धन पायो..., जय हो पवन कुमार, तोरी शक्ति अपार, बजरंग बली विनती सुन लो हमार..., मेरा रंग दे वसंती चोला... आदि धार्मिक और देश भक्ति गीतों पर मनमोहक प्रस्तुति दी। इस दौरान सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।

बच्चों में संस्कार और सेवा भाव जगाएं माताएं
संस्कार केन्द्रों के माध्यम से गरीब बस्तियों में प्रतिभाओं को तरासने के लिए सेवा भारती के प्रयासों की सराहना करते हुए अतिथियों ने मातृ शक्ति से आह्वान किया कि नौनिहालों का भविष्य आपके ही हाथों में है। माताएं अपने बच्चों में संस्कार सेवा, समर्पण और राष्ट्र भाव जागृत करने का काम करें। मुख्य अतिथि नवल किशोर गुप्ता ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों ने आज जो सुन्दर प्रस्तुति दी है, वह इस बात का प्रमाण है कि सेवा भारती गरीब बस्तियों में अभावों में पल-बढ़ रहे बच्चों के सर्वांगीण विकास के प्रयासों में सेवा भाव से जुटी हुई है। विधायक घनश्याम पिरौनिया ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तमाम प्रकल्पों और सेवा भारती जैसे अनुसांगिक संगठनों के माध्यम से संस्कार और राष्ट्र भक्ति जागरण का काम कर रहा है। संघ के कारण ही आज भारतीय संस्कृति और संस्कार अक्षुण्य हैं। अध्यक्षीय उद्बोधन में रजत गुप्ता ने कहा कि सेवा भारती द्वारा देश भर में शिक्षा और संस्कार देने का बहुत ही अच्छा कार्य किया जा रहा है। बच्चों को जो शिक्षा और संस्कार दिए जा रहे हैं, उससे लगता है कि यह देश बहुत आगे तक जाएगा। प्रारंभ में अतिथियों का परिचय सेवा भारती के उपाध्यक्ष नवल किशोर शुक्ला ने दिया एवं सेवा भारती का परिचय अध्यक्ष श्रीप्रकाश लोहिया ने दिया। कार्यक्रम का संचालन सेवा भारती के कोषाध्यक्ष श्रीकांत विटवेकर ने एवं आभार प्रदर्शन सह सचिव अल्केश त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रमिला वाजपेयी, सेवा भारती के संभागीय संगठन मंत्री रामदेव कौरव, सचिव रामनिवास गुप्ता, केन्द्र पालक सतीश मिश्रा एवं सियाराम धाकड़ सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, संस्कार केन्द्रों के भैया-बहन, उनकी माताएं एवं परिजन उपस्थित थे।

Updated : 10 April 2017 12:00 AM GMT
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