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राजीव इंटरनेशनल स्कूल में वसंतोत्सव की धूम

छात्र-छात्राओं ने विद्या की आराध्य देवी माँ सरस्वती का किया पूजन

मथुरा| राजीव इंटरनेशनल स्कूल में विद्या की अधिष्ठात्री देवी माँ सरस्वती की आराधना का पर्व बसंत पंचमी बुधवार को पूरे श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया गया।

इस अवसर पर स्कूल के नौनिहालों ने वसंती वस्त्र, फूलों व व्यंजनों के माध्यम से सभी को वसंती रंग से सराबोर कर दिया। स्कूल के प्रधानाचार्य शैलेन्द्र सिंह ग्रेवाल ने विद्या की आराध्य देवी माँ सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर शिक्षकों एवं छात्रों ने भी विद्या की देवी सरस्वती जी की पूजा-अर्चना कर इस पर्व की महत्ता को समझा।

आरके एजूकेशन हब के चेयरमैन डा. रामकिशोर अग्रवाल ने शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को बसंत पंचमी की बधाई देते हुए कहा कि स्कूल ही ऐसा माध्यम हैं, जो बच्चों को समय-समय पर भारतीय पर्व एवं भारतीय संस्कृति से अवगत कराते हैं और भारतीय संस्कृति से जोड़े रखते हैं। इस अवसर पर डा. अग्रवाल ने कहा कि वसंत पंचमी को प्रकृति के श्रृंगार का पर्व भी कहा जाता है। बसंत ऋतु परिवर्तन का भी सूचक है।

स्कूल के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि ऐसे त्योहारों द्वारा बच्चों को भारत के मौसम एवं ऋतु परिवर्तन की जानकारी प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को अपने तिथि-त्योहारों से सीख लेते हुए उन्हें अमल में लाना चाहिए।

स्कूल के प्रधानाचार्य शैलेन्द्र सिंह ग्रेवाल ने बच्चों को बसंत पंचमी के पर्व की जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम हमारी भारतीय संस्कृति का परिचय देते हैं और इससे आगे आने वाली पीढिय़ों को भी भारतीय संस्कृति से जुड़े रहने की प्रेरणा मिलती है। सरस्वती का जन्मकाल बसंत पंचमी के अवसर को माना जाता है।

बसंत को भगवान ने अपने ऐश्वर्य से मंडित किया है। ऋतुओं में मैं बसंत हूं, कुसुमाकर हूं। समस्त धरा अपनी निहित श्री को इसी काल में प्रत्यक्ष और प्रगट करती है। जल, थल, नभ तीनों पर इसका समान प्रभाव होता है। दरअसल ऋतुओं का यह परिवर्तन सूर्य से सम्बन्ध रखता है। सूर्य से प्राप्त अग्नि की ऊष्णता जब ठीक से पृथ्वी पर आने लगती है तभी बसंत है। बसंत शब्द की उत्पत्ति में यह अर्थ छिपा हुआ है। बसंतो अत्र अग्नय: अर्थात् अग्नि का समस्त पृथ्वी पर विकास हो जाना ही वसंत है।

Updated : 2 Feb 2017 12:00 AM GMT
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