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भारत रत्न के लिए फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा के नाम को आगे बढ़ाया : सेना प्रमुख

भारत रत्न के लिए फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा के नाम को आगे बढ़ाया : सेना प्रमुख
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नई दिल्ली। भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने फील्ड मार्शल केएम करियप्पा को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग की है। सेना प्रमुख ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा के नाम की सिफारिश भारत रत्न के लिए की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर दूसरों को यह सम्मान मिल सकता है तो मुझे कोई वजह नहीं दिखती कि फील्ड मार्शल केएम करियप्पा यह सम्मान नहीं दिया जाए। 1899 में जन्मे जनरल करियप्पा 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ थे।

हम आपको बता दें कि सैम मानेकशॉ के बाद 1986 में जनरल के. एम. करियप्पा को फील्ड मार्शल का पद दिया गया। यह पदवी मिलने के 6 साल बाद 1993 में उनका देहांत हो गया। द्वितीय विश्व युद्ध के अलावा करियप्पा ने 1947 में भारत-पाक युद्ध में भी सेना का नेतृत्व किया था। इससे पहले शुक्रवार को मराठा लाइट इनफैन्ट्री की 23 वीं और 24 वीं बटालियन को सम्मानित करने के बाद बिपिन रावत ने कहा था कि भारत और चीन दोनों के सैनिक डोकलाम में मौजूद हैं, लेकिन वे आमने-सामने नहीं हैं। उन्होंने कहा डोकलाम में दोनों देशों ने अपने सैनिकों को हटा लिया था। दोनों देशों के सैनिकों के बीच लंबे समय तक तनातनी रही थी।

गौरतलब है कि यह गतिरोध अगस्त में समाप्त हुआ था। इस शर्त पर सैनिकों को हटाया गया कि दोनों पक्ष अपने सैनिकों को हटाएंगे ताकि आमने-सामने नहीं रहे। इसलिये, सैनिकों को हटा लिया गया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी डोकलाम में अब भी है, लेकिन वे हमसे उचित दूरी पर हैं।

Updated : 4 Nov 2017 12:00 AM GMT
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