Home > Archived > पुलिस चालान में व्यस्त, फिर भी जाम ही जाम

पुलिस चालान में व्यस्त, फिर भी जाम ही जाम

पुलिस चालान में व्यस्त, फिर भी जाम ही जाम
X

-फालका बाजार, नई सड़क , शिंदे की छावनी व पुराना हाईकोर्ट की सड़कें प्रभावित
ग्वालियर। यूं तो महानगर स्मार्ट सिटी बनने की ओर लालायित दिखाई दे रहा है, लेकिन यातायात व्यवस्था के कुप्रबंधों के कारण यह शहर बेतरतीव ढर्रे पर कदम बढ़ाता हुआ दिखाई दे रहा है। वाहनों की अनियंत्रित धमाचौकड़ी के चलते व्यस्ततम मार्गों पर अराजकता के हालात बनते जा रहे हैं। ऐसे में हमारे शहर की प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे हैं। यातायात विभाग मात्र चालान काटने को ही अपना प्रथम कर्तव्य मानकर कार्य करता दिखाई दे रहा है। प्रमुख चौराहों पर खड़े रहने वाले यातायात विभाग के कर्मचारियों को बिना हैलमेट के वाहन आसानी से दिखाई दे जाते हैं, लेकिन अनियंत्रित यातायात दिखाई नहीं देता। इसका मूल कारण यही है कि यातायात नियंत्रण से उनकी कमाई नहीं होती।

पहले फालका बाजार की बात करें तो यहां काजल छविग्रह के सामने पूरे दिन जाम जैसे हालात बनते हैं। यहां दोनों ओर से यातायात का संचालन होने के कारण वाहन बहुत ही धीमी गति से रेंगते दिखाई देते हैं। प्राय: देखा जाता है कि कार्मेल कान्वेंट स्कूल की तरफ से आने वाले वाहन चालक मुख्य मार्ग पर चलते हुए यातायात में ही अपना वाहन निकालने का प्रयास करते हैं। जो सामने आते वाहन को देखकर बीच सड़क पर ही रुक जाते हैं। बस यहीं से यातायात बेतरतीब होता जाता है।

इसी प्रकार नई सड़क पर दानाओली तिराहे पर भी अनियंत्रण की स्थिति बनती दिखाई देती है। शाम के समय यह स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती है। यहां मुख्य समस्या दानाओली और कैलाश छविग्रह की ओर से आने वाले वाहनों से पैदा होती है। कभी- कभी यह वाहन बीच सड़क पर आकर खड़े हो जाते हैं, जिसके कारण विवाद की स्थिति भी बन जाती है। यहां के हालात सुधारने के लिए दानाओली और कैलाश छविग्रह की ओर से आने वाले वाहनों को मुख्य मार्ग पर यातायात का दबाव कम रहने पर ही निकाले जाने की व्यवस्था करने की आवश्यकता है।

कुछ ऐसी ही स्थिति पुराने उच्च न्यायालय भवन के सामने की सड़क की भी है। यहां आधा मार्ग तो दुकानों के सामने खड़े होने वाले वाहन ही घेर लेते हैं। दूसरा गिर्राज जी मंदिर की ओर से कोई वाहन आ जाता है तो वह बीच में ही खड़ा हो जाता है। जो यातायात व्यवस्था को बिगाड़ने का काम करता है। गिर्राज जी मंदिर की ओर से आने वाले वाहन थोड़ा घूमकर आएं तो यहां की बिगड़ी स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। इस ओर भी यातायात विभाग को ध्यान देना चाहिए।

बिलकुल ऐसे ही हालात हनुमान चौराहे पर भी बनते हैं। शाम के समय यहां जाम लगना आम बात होती जा रही है। पुलिस चौकी होने के बाद भी यहां यातायात नियंत्रण की कोई व्यवस्था नहीं की जाती। जिसकी जहां मर्जी होती है, उस तरफ वाहन चला देता है। चारों तरफ से होने वाले आवागमन के कारण कभी कभी बीच में वाहनों को खड़ा करना नियति सा बनता जा रहा है। जिस कारण वाहन चालक परेशान होते दिखाई देते हैं।

पुलिस यातायात विभाग को इन सभी स्थानों पर वाहनों की चैकिंग के साथ ही यातायात सुधारने के लिए भी आवश्यक कदम उठाने चाहिए। जो महानगर के लिए जरुरी हैं। इस कारण जहां यातायात में सुगमता मिलेगी, वहीं समय भी कम लगेगा।

Updated : 24 Nov 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top