पुष्य नक्षत्र : इन 13 चीजों को खरीदने से होगा 13 गुना लाभ

पुष्य नक्षत्र : इन 13 चीजों को खरीदने से होगा 13 गुना लाभ
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-धनतेरस पर रहेगा कला निधि योग

कार्तिक कृष्णपक्ष त्रयोदशी के दिन अमृत कलश लेकर भगवान धनवंतरी समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे। इस कारण धनतेरस को अबुझ मुहूर्त भी कहा जाता है। इस वर्ष धनतेरस 17 अक्टूबर के दिन है।

इस दिन जो भी शुभ कार्य या खरीदी की जाए वह अमृत के समान अमर व स्थाई रहती है। धनतेरस के दिन मंगलवार को धन लक्ष्मी योग, कला निधि योग एवं वत्स योग व ऐसे कई शुभ योग रहेंगे, जो खरीदारी के लिए समृद्धिकारक होंगे।

इस दिन प्रदोष काल में की गई खरीदी शुभ व लाभकारी मानी जाती है। इसकी वजह यह है कि धन के देवता कुबेर का प्राकट्य प्रदोष काल में शाम के वक्त होना माना गया है। शास्त्रों में भी प्रदोष व्यापिनी धनतेरस का खास महत्व बताया गया है। इस दिन शुभ-अमृत योग का संयोग भी पर्व को शुभता प्रदान करेगा।

ज्योतिषाचार्य पं. सतीश सोनी ने बताया कि धनतेरस पर शाम के समय लक्ष्मी और कुबेर की पूजा व यम दीपदान के साथ ही खरीदी के लिए भी श्रेष्ठ समय रहेगा। वैसे धनतेरस अबूझ मुहूर्त वाला दिन होता है। पूरे दिन खरीदी की जा सकती है। इस दिन चांदी और पीतल के बर्तन, चांदी के सिक्के व चांदी के गणेश व लक्ष्मी प्रतिमाओं की खरीदी करना शुभ व समृद्धिकारक होता है। धनतेरस के दिन ही भगवान धनवंतरी समुद्र से कलश लेकर प्रकट हुए थे। कलश को बर्तन का प्रतीक मानकर तभी से बर्तन का संबंध पर्व से जुड़ गया। देव धनवंतरी के अलावा इस दिन देवी लक्ष्मी जी और धन के देवता कुबेर के पूजन की परम्परा है।

धन तेरस का शुभ मुहूर्त:- धनतेरस पर प्रात: 11.2 से दोपहर को 12.28 तक

शुभ मुहुर्त

-दोपहर 12.28 से 1 बजकर 54 मिनट तक अमृत का
-प्रदोष बेला शाम 6 से 6.15 तक रहेगी।

13 चीजे खरीदने से 13 गुना लाभ

धनतेरस पर 13 चीजें खरीदने से 13 गुना अधिक लाभ होगा। ज्योतिषाचार्य श्री सोनी ने बताया कि धातु के बर्तन, सोने व चांदी के आभूषण, झाडू, नमक, इलेक्ट्रोनिक सामान, कुवेर की फोटो, सात मुखी रूद्राक्ष की खरीदारी सुखद फल देगी।

दीपावली से 6 दिन पहले बन रहा है खरीदारी का महासंयोग

वर्ष 2017 में खरीदी का सबसे बड़ा महामुहूर्त 13-14 अक्टूबर को है। इस दिन शुक्रवार होने से यह शुक्र पुष्य कहलाएगा। खरीदी के लिए लोगों को सुबह से शाम तक खूब समय मिलेगा। दीवाली से पहले आने वाला पुष्य सबसे खास माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पं.सतीश सोनी की माने तो दीपावली इस बार 19 अक्टूबर को है, इससे पहले 13 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र आएगा। इस दिन शुक्रवार होने से यह शुक्र पुष्य कहलाएगा। खरीदी के लिए लोगों को सुबह से रात तक खूब समय मिलेगा, क्योंकि 13 अक्टूबर को सुबह 10.54 बजे पुष्य नक्षत्र लग जाएगा जो कि अगले दिन 14 अक्टूबर को सुबह 9.29 बजे तक रहेगा। जिसकी अवधि 23 घंटे तक रहेगी। 27 नक्षत्रों में पुष्य को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है, इसलिए खरीदी के लिए यह सबसे शुभ है।

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