मैडम बताएंगी, साहब मिलेंगे या नहीं
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ग्वालियर/ विशेष प्रतिनिधि। मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में इन दिनों अपनी ढपली अपना राग का मनमाना रवैया चल रहा है। इसके पीछे सीधा कारण बोर्ड के प्रभारी क्षेत्रीय अधिकारी का अड़ियल रवैया है, वे प्रदूषण मामलों में लायसेंस जारी करने में लगातार पिछड़ रहे हैं। यदि कोई उनमें मिलना चाहे तो एक मैडम से मिलकर सारी जानकारी से अवगत कराना होगा, इसके बाद तौलने के बाद यह तय होगा कि प्रभारी जी मिलने को तैयार है या नहीं।
ऐसे में विभाग का ढर्रा बुरी तरह चरमरा गया है। फैक्ट्री संचालक हो या कोई और सभी इस विभाग की व्यवस्थाओं से परेशान हैं, लेकिन कोई मुंह इसलिए नहीं खोल पाता, क्योंकि सभी को इस विभाग से काम पड़ता है। विभाग के प्रभारी मुखिया सरकारी वाहन में अकेले फैक्ट्रियों और अन्य संस्थाओं पर पहुंचकर अपना उल्लू सीधा कर रहे है, इनकी हरकतों से स्टॉफ भी परेशान है लेकिन वह भी ज्यादा कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं है। हालांकि इन सब बातों की शिकायत प्रदेश के पर्यावरण मंत्री अतर सिंह आर्य और प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव को की जा रही है।