Home > Archived > परीक्षा को तनाव नहीं उत्सव की तरह लें: मोदी

परीक्षा को तनाव नहीं उत्सव की तरह लें: मोदी

परीक्षा को तनाव नहीं उत्सव की तरह लें: मोदी
X

नई दिल्ली| 2017 में पहली बार और पांच राज्यों में चुनाव से पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। आकाशवाणी पर प्रसारित अपने 28वें कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस की बधाई दी। उन्होंने छात्रों और अभिभावकों को परीक्षा के समय तनाव न लेने और परीक्षा को उत्सव के रूप में लेने की नसीहत दी।

बच्चों के 10 और 12वीं की परीक्षा पर पीएम मोदी ने कहा कि कई वर्षों से मैं जहां गया जिससे मिला वहां देखा कि परीक्षा की वजह से परिवार परेशान, बच्चे परेशान, शिक्षक परेशान दिखे। इसलिए आज युवा साथियों से विस्तार से बातें करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि परीक्षा अपने आप में एक खुशी का अवसर होना चाहिये, परीक्षा एक उत्सव है, परीक्षा को ऐसे लीजिए जैसे मानों त्योहार है।

प्रधानमंत्री ने छात्रों को मंत्र देते हुए कहा कि जितनी ज़्यादा ख़ुशी से इस समय को बिताओगे, उतने ही ज़्यादा नंबर पाओगे। उन्होंने बताया कि मेमोरी रिकॉल करने की सबसे बड़ी अगर कोई औषधी है, तो वो रिलैक्शेसन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों और अभिभावकों से कहा कि वे परीक्षाओं को उत्सव की तरह लें और तनाव में नहीं आएं। छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि ज्यादा मुस्कराने से वे ज्यादा अंक हासिल कर सकते हैं।

इससे पहले उन्होंने सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धाता एक तरह का संस्कार उत्सव है। उन्होंने कहा कि देश में नागरिक अधिकारों के साथ ही नागरिकों के कर्तव्यों पर भी बात होनी चाहिए। पीएम मोदी ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले सैन्यकर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी।

पीएम ने कहा कि 30 जनवरी को सुबह 11 बजे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखें। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जिन शहीदों और जवानों को पुरस्कार मिला है उन्हें खोजें और उनकी अच्छी बातों को अपने दोस्तों तक पहुंचाएं। कश्मीर में हिमस्खलन की वजह से शहीदों हुए जवानों को भी पीएम ने नमन किया।

Updated : 29 Jan 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top