अब योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आने लगे सुझाव
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ग्वालियर। ग्वालियर को स्मार्ट सिटी में शामिल किए जाने से शहरवासियों में इसे लेकर उत्साह है। योजना के अंतर्गत शहर को 24 घंटे बिजली, स्वच्छ पानी, सडक़ें और परिवहन व्यवस्था के साथ ही कचरा प्रबंधन को बेहतर बनाया जाएगा। हालांकि इसके लिए तैयार प्रस्ताव में शहरवासियों द्वारा दिए गए सुझावों को विशेष महत्व दिया गया है लेकिन विभिन्न संगठनों द्वारा अब योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए अपने-अपने स्तर पर सुझाव देने का क्रम शुरू हो गया है। इसी कड़ी में भारतीय उपभोक्ता संरक्षण समिति ने प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।
समिति द्वारा मंत्री श्रीमती सिंह को लिखित में सौंपे गए प्रस्तावों में मुख्य रूप से पर्यावरण को प्रदूषण रहित बनाने के लिए विभिन्न स्वेच्छिक संगठनों, मार्केट एसोसिएशनों जैसे कपड़ा, किराना, मेडीकल, मिठाई आदि के साथ ही चेम्बर, क्लब,धार्मिक न्यास, निजी स्कूल कॉलेज, नर्सिंग होम, होटलों आदि को अनुपात अनुसार पौधारोपण के लिए प्रेरित करने की बात कही गई है।
यातायात व्यवस्था: यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने और नागरिकों की सुविधा के लिए शहर के प्रत्येक भाग को टैम्पो, ऑटो, मिनी बस, बस आदि के माध्यम से जोडऩे का प्रयास होना चाहिए।
धरती का जल स्तर: इसके लिए रोड सिस्टम, डे्रनेज व्यवस्था, वाटर हार्वेस्टिंग,सीवर लाइन,वाटर लाइन, टेलीफोन लाइन,विद्युत लाइन आदि को बेहतर करना आवश्यक है।
वाहन पार्किंग: वाहन पर्किंग के लिए स्थानों के चयन में यदि नालों के ऊपर पार्किंग बनाने के सम्भावित प्रयास किए जाएं।
इन सुझावों के साथ ही समिति के अध्यक्ष रामसेवक गुप्ता के नेतृत्व में स्मार्ट सिटी का प्लान और नक्शा भी श्रीमती सिंह को सौंपा है।इस अवसर पर समिति के डॉ.प्रबुद्ध मित्तल, बालमुकुन्द गुप्ता,श्याम दुसेजा,प्रमोद माहेश्वरी, भीकमसिंह आदि भी उपस्थित थे।