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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया साउनी परियोजना के प्रथम चरण का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया साउनी परियोजना के प्रथम चरण का उद्घाटन
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया साउनी परियोजना के प्रथम चरण का उद्घाटन

जामनगर| पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने गृहराज्य गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र का जल संकट समाप्त करने के उद्देश्य वाली महत्वाकांक्षी सौराष्ट्र नर्मदा अवतरर्ण सिंचाई योजना (सौनी योजना) के पहले चरण का लोकार्पण किया।

वायुसेना के विमान से जामनगर पहुंचने के बाद खराब मौसम के कारण पूर्व निर्धारित हेलीकॉप्टर की बजाय सडक मार्ग से आजी 3 डैम पहुंचे मोदी ने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल की मौजूदगी में बटन दबा कर नर्मदा नदी के अतिरिक्त जल को सौराष्ट्र के जलाशयों को भरने की इस योजना की शुरूआत की।

इस योजना के तहत सौराष्ट्र क्षेत्र के 11 जिलों के 115 छोटे बडे बांधों के जलाशयों को नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध के अतिरिक्त जल से भरा जाना है।

मोदी ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में वर्ष 2012 में करीब 1200 करोड़ वाली इस योजना का शिलान्यास किया था। इसके पहले चरण के तहत 10 जलाशयों को भरा जाना है।

चार चरणों वाली यह योजना वर्ष 2019 तक पूरी तरह कार्यान्वित हो जाने की संभावना है। इसके जरिये चार लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता पैदा की जा सकेगी और पानी की कमी वाले सौराष्ट्र में इस समस्या को बहुत हद तक दूर किया जा सकेगा।

गौरतलब है कि बरसात के दिनों में नर्मदा जिले के केवडिया में बने सरदार सरोवर नर्मदा बांध के ओवरफ्लो के कारण बहुत बडे़ पैमाने पर पानी समुद्र में बह जाता है। इस योजना के तहत इसके करीब एक तिहाई हिस्से को पाइपलाइन के जाल के जरिये वहां से चार से पांच सौ किमी दूर स्थित सौराष्ट्र के बांधों तक पहुंचाया जाना है।

राज्य सरकार के सिंचाई विभाग की इस योजना के तहत करीब तीन मीटर व्यास वाली पाइपलाइन के जरिये विभिन्न महत्वपूर्ण डैम को आपस में जोड़ा जाएगा। इसका पहरला लिंक 180 किमी, दूसरा 253, तीसरा 245 और चौथा 250 किमी लंबा होगा।

इन बड़ी पाइपलाइन से छोटे व्यास वाले पाइप का जाल जुडे़गा, जो नर्मदा के अतरिक्त जल को वहां से अन्य छोटे जलाशयों तक पहुंचायेगा। अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा इससे पहले कई तरह के सरकार विरोधी अभियानों और आरक्षण आंदोलनों की पृष्ठभूमि में इस योजना के लोकापर्ण को सत्तारूढ़ भाजपा के लिए एक राहत भरा कदम बताया जा रहा है।

Updated : 30 Aug 2016 12:00 AM GMT
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