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भारत-चीन के बीच होने वाली वित्तीय वार्ता टली

भारत-चीन के बीच होने वाली वित्तीय वार्ता टली
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भारत-चीन के बीच होने वाली वित्तीय वार्ता टली

नई दिल्ली। चीन की राजधानी बीजिंग में आगामी 27 जून को होने वाली भारत-चीन के बीच उच्च स्तरीय वित्तीय वार्ता अगले महीने तक के लिए स्थगित कर दी गई है। यह वार्ता वित्त मंत्री अरुण जेटली की गुरूवार से शुरु हो रही पांच दिवसीय चीन यात्रा के दौरान होनी थी। अपनी पांच देशों की यात्रा के दौरान जेटली शुक्रवार को बीजिंग में एक उच्च स्तरीय निवेश शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा, 'वार्ता स्थगित क्यों हुई इस पर वह कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।' अधिकारियों ने बताया कि बातचीत रद्द नहीं की गई है, बल्कि बाद में पुनर्निर्धारित की जाएगी। अधिकारियों ने वार्ता स्थगित होने के कारणों को बताने से इनकार कर दिया। हालांकि यह तब हुआ है जब दोनों देशों के बीच एनएसजी में भारत की एंट्री को लेकर मतभेद है’।

अपनी पांच देशों की यात्रा के दौरान जेटली शुक्रवार को बीजिंग में एक उच्च स्तरीय निवेश शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन में प्रमुख चीनी कंपनियों अधिकारियों के भाग लेने की संभावना है। यहां चीनी निवेशकों को उत्पादन के क्षेत्र में, बुनियादी ढांचे और अन्य क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा। वहीं, शनिवार-रविवार को जेटली चीन के नेतृत्व वाली एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की पहली बैठक में शिरकत करेंगे।

जानकारी के अनुसार,यह वार्ता इसलिए रद्द हो गई कि आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास इसमें हिस्सा नहीं ले पा रहे थे। दोनों देशों के बीच सात दौर की वित्तीय वार्ताएं हुई हैं लेकिन इन सब में प्रमुख भूमिका में दोनों पक्षों के वित्तीय सचिव थे। यह पहला मौका है जब इसे दोनों देशों के वित्त मंत्रियों के स्तर की वार्ता बनाना तय हुआ। सातवें दौर की वार्ता नई दिल्ली में 2014 में हुई थी। आधिकारिक तौर पर पहले बताया गया था कि दोनों मंत्रियों के बीच वार्ता 27 जून को होनी है। वार्ता के जरिए दोनों देश हर तरह के अंतरराष्ट्रीय और आर्थिक एवं वित्तीय सहयोग बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय मुद्दों पर सालाना समीक्षा और चर्चा होती है।

Updated : 23 Jun 2016 12:00 AM GMT
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