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सावरकर सरोवर से तिघरा का कनेक्शन काटा

सावरकर सरोवर से तिघरा का कनेक्शन काटा
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पार्षद सिकरवार ने कहा, हम तो बोरिंग से भरते हंै सरोवर में पानी

ग्वालियर, वरिष्ठ संवाददाता। बीते रोज पार्षद सतीश सिकरवार और क्षेत्रीय जनता के विरोध के कारण सावरकर सरोवर का पानी खाली करने में सफल नहीं हो सकी नगर निगम ने आज सरोवर से तिघरा का नल कनेक्शन काट दिया। हालांकि इस दौरान भी पार्षद सिकरवार से निगम और पीएचई अधिकारियों की नोंक-झोंक हुई।

उल्लेखनीय है कि सावरकर सरोवर में बोटिंग बंद किए जाने के साथ ही नगर निगम द्वारा सरोवर से बोट हटा लिए जाने से नाराज पार्षद सतीश सिकरवार ने निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस विवाद ने बीते रोज उस समय अधिक तूल पकड़ लिया जबकि निगम का पीएचई अमला सरोवर से पानी खाली करने पहुंच गया। इस दौरान श्री सिकरवार के साथ ही हिन्दू महासभा तथा क्षेत्रीय नागरिकों के कड़े विरोध के चलते निगम अमले को बिना किसी कार्रवाई के बैरंग लौटना पड़ा था। बाद में इसे लेकर श्री सिकरवार ने अपने समर्थकों के साथ इस सम्बन्ध में निगमायुक्त अनय द्विवेदी को ज्ञापन भी सौंपा था जिस पर श्री द्विवेदी ने जांच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया था।

बुधवार को फिर पहुंचा निगम अमला

बुधवार को निगम अमला एक बार फिर सावरकर सरोवर पर पहुंच गया। इसकी जानकारी मिलते ही तुंरत पार्षद सतीश सिकरवार भी यहां आ गए। उनके पूछने पर निगम अधिकारियों ने उन्हें बताया कि वह पानी खाली करने नहीं बल्कि निगमायुक्त के निर्देश पर वाल चैक करने के साथ ही तिघरा से आने वाले पानी का कनेक्शन काटने आए हैं। इस पर हल्की नोंक-झोंक के बीच श्री सिकरवार ने कहा कि सरोवर मेें पानी तिघरा वाले कनेक्शन से नहीं बल्कि बोरिंग से भरा जाता है। इसलिए उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कार्रवाई करने पहुंचे निगम अमले में क्लस्टर अधिकारी सुरेन्द्र जैन, सहायक यंत्री एपीएस भदौरिया,क्षेत्राधिकारी महेन्द्र अग्रवाल, वोट क्लब प्रभारी अमित गुप्ता शामिल थे।

पुराना और गंदा है पानी
विवाद उस समय बढ़ गया जबकि निगम अधिकारियों ने यह कह दिया कि पानी देखकर लगता है कि इसे काफी दिनों से नहीं बदला गया। यह काफी गंदा और पुराना लग रहा है। इस पर पार्षद सिकरवार ने कहा कि बीस दिन के अंतराल से पानी बदलते हैं और अभी दस दिन भी नहीं हुए हैं। उधर आज निगम द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर जब पूरे समय मौके पर मौजूद निगम के जनसम्पर्क अधिकारी मधु शोलापुरकर से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया तो उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।

खिसियानी बिल्ली खम्बा नोंचे
निगम द्वारा आज हुई कार्रवाई के सम्बन्ध में पार्षद सतीश सिकरवार ने कहा कि निगमायुक्त खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। क्यों कि तिघरा के पानी का कनेक्शन कटने से हमें कोई अंतर नहीं पड़ता,सरोवर तो बोरिंग के पानी से भरा जाता है। हमारा उद्ेश्य तो सरोवर को उजडऩे से बचाना है। निगम को यहां बोटिंग शुरू कराना ही पड़ेगी।

हिमस ने महापौर को सौंपा ज्ञापन

सावरकर सरोवर से तिघरा का नल कनेक्शन काटे जाने के विरोध में आज हिन्दू महासभा ने महापौर कार्यालय पर प्रदर्शन कर महापौर विवेक शेजवलकर को ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही इसके खिलाफ 5 जून को हस्ताक्षर अभियान और 10 जून को सावरकर प्रतिमा स्थल पर सांकेतिक धरना देने की चेतावनी दी है। ज्ञापन सौंपने वालों में डॉ.जयवीर भारद्वाज, बाबूलाल चौरसिया रामबाबू सेन आदि शामिल थे। उधर ग्वालियर लोहा व्यवसायी संघ ने सावरकर सरोवर में नौकायन बंद करने पर विरोध जताते हुए इसे पुन: चालू करने की मांग की है।

Updated : 2 Jun 2016 12:00 AM GMT
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