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योजनाबद्ध काम नहीं होना बना विकास में रोड़ा

स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने का संकल्प: वंदना

अरविन्द माथुर


हमारे पार्षद
इस कॉलम के माध्यम से आज हम आपको वार्ड 50 में लेकर चल रहे हैं। इस वार्ड की आबादी लगभग 14 हजार है और इसका प्रतिनिधित्व भाजपा पार्षद वंदना अजय अरोरा कर रही हैं। यहां के लोग सबसे अधिक पेयजल समस्या को लेकर परेशान हैं लेकिन पार्षद का दावा है कि वह इसके समाधान के प्रयास कर रही हैं और अपने कार्यकाल में पूरी तरह इसका निराकरण कर देंगी।


पूरे वार्ड में घर-घर पानी पहुंचे और पीने के लिए लोगों को स्वच्छ जल उपलब्ध हो इस संकल्प के साथ हम काम कर रहे हैं। हांलाकि अभी कई क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंच रहा है। इसके साथ ही कहीं-कहीं सड़क और सीवर की भी समस्या है लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि अपने कार्यकाल मेें हम इन सभी समस्याओं का समाधान करने में कामयाब होंगे। यह दावा स्वदेश से चर्चा के दौरान वार्ड 50 की पार्षद वंदना अजय अरोरा ने किया।

पार्षद श्रीमती अरोरा ने बताया कि उनके वार्ड में मुख्य रूप से महाराज बाड़ा, दर्जी ओली, पिछाड़ी ड्योढ़ी, माधवगंज, रायसिंह का बाग, रथखाना जगताप की गोठ, लाला का बाजार, नारंगी बाई का मंदिर, शिव कॉलोनी आदि शामिल हैं। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि पानी, सड़क और सीवर जैसी समस्याएं उन्हें यहां विरासत में मिली हैं लेकिन वह अब इनके समाधान पर विशेष ध्यान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि शहर में अब तक योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं होने के कारण विकास की गति धीमी है।

पानी की टंकी टूटने से बढ़ी समस्या
पेयजल समस्या के सवाल पर श्रीमती अरोरा का कहना है कि गोरखी स्थित पानी की एक टंकी टूट जाने से उससे सम्बन्धित क्षेत्रों में पानी की समस्या बढ़ गई है। लेकिन यहां नलकूपों की सहायता से सप्लाई का प्रयास कर रहे हैं। जहां नलकूप नहीं हैं वहां टैंकरों की व्यवस्था कर देते हैं। एक दिन में एक ही टैंकर आने से निश्वित ही लोगों में पानी के लिए मारामारी होती होगी इस सवाल पर उनका कहना था कि आवश्यकता के हिसाब से वह एक से अधिक टैंकरों की भी व्यवस्था करवा देतीं हैं। जिन क्षेत्रों मेें अधिक समस्या है उनमें नारंगी बाई का मंदिर, साकेत धाम, शिव कॉलोनी, कोटेवाली गली आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि रायसिंह का बाग जगताप की गोठ, माता का मंदिर आदि क्षेत्रों के लिए नलकूप के प्रस्ताव दिए हैं लेकिन वह निगम में अटके हुए हैं।

सड़क और सीवर समस्या
सड़कों को लेकर उनका कहना था कि स्थिति बहुत हद तक ठीक है। जब उन्होंने चुनाव जीता था उस समय हालत काफी खराब थी। उन्होंने सड़कों के साथ ही नाली निर्माण के लिए अपनी मौलिक निधि से प्रस्ताव दिया है जिसके टेण्डर हो गए हैं कार्यादेश (वर्क ऑर्डर) होना हैं। इसके साथ ही गुणवत्ता को लेकर उनका कहना था कि उन्होंने पत्र लिखकर इसके लिए क्षेत्रीय इंजीनियर और क्षेत्राधिकारी की जवाबदेही तय करने के लिए कहा है। सीवर समस्या के सवाल पर उनका कहना था कि सीवर की लाइनें स्टेट टाइम की होने के कारण बेकार हो गई हैं जिससे आए दिन चौक हो जाती हैं। फर्श वाली गली और झूलेलाल वाली गली संकरी और छोटी होने के कारण यहां अक्सर यह समस्या आती है, हमने इसके लिए भी प्रस्ताव दिया है यदि यह काम हो जाता है तो इससे वार्ड 47 और 48 के लोगों को भी राहत मिलेगी।

प्रदूषण में शहर अव्वल क्यों?
शहर को लेकर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट पर उनका कहना था कि वह रिपोर्ट पुराने आंकड़ों पर आधारित है, लेकिन फिर भी शहर में सफाई की अभी बहुत आवश्यकता है। इसमें नगर निगम,प्रशासन के साथ ही आमजनता और सामाजिक संगठनों के सहयोग की आवश्यकता है। स्मार्ट सिटी के सवाल पर उनका जवाब था कि इसके लिए अभी बहुत प्रयासों की आवश्यकता है। हमें स्वयं स्मार्ट बनना होगा तो सभी इसके प्रति जागरूक होंगे तो शहर अपने आप स्मार्ट हो जाएगा।

नहीं है स्ट्रीट लाइट की समस्या
एक प्रश्न के जवाब में पार्षद श्रीमती अरोरा ने कहा कि वह वार्ड में स्ट्रीट लाइट की समस्या लगभग ना के बराबर है। वह समय-समय पर मैंटीनेंस कराती रहती हैं जिससे परेशानी नहीं आती। 60 नई हैलोजन भी वार्ड के विभिन्न क्षेत्रों में लगवाई हैं। यदि कहीं समस्या आती है तो उसका तुरंत समाधान कराया जाता है। सफाई के सवाल पर उनका कहना था कि सफाई कर्मचारी कम हैं लेकिन फिर भी सफाई व्यवस्था ठीक है। हम समस्या आने से पहले ही दलेल करा लेते हैं।

ये कार्य कराए
* माधौगंज से मीट मार्केट तक पानी की लाइन डलवाई।
* महाराजबाड़ा स्थित पिंकसी होटल के पास से कचरे का वर्षो पुराना ठिया हटवाया।
* अग्रसेन पार्क के सामने अधूरा पड़ा सड़क निर्माण कार्य पूरा कराया।
* क्षेत्रवासियों के सहयोग से महाराज बाड़े को स्मार्ट सिटी में शामिल कराया।

क्या कहते हैं क्षेत्रीय नागरिक

हमारे क्षेत्र में पानी की बहुत अधिक समस्या है। टैंकर आता है लेकिन नियमित नहीं इससे बहुत ही परेशानी होती है। सड़क भी खराब है। सीवर की भी पुरानी समस्या है।

आयुष सिंहल, नारंगी बाई का मंदिर

सीवर की समस्या है आए दिन लाइन चौक हो जाने से गंदगी होती है। सड़क भी लम्बे समय से नहीं बनी। सफाई समय से नहीं होती जिससे बहुत परेशानी होती है।

कमलेश दीक्षित, झूलेलाल वाली गली

Updated : 19 May 2016 12:00 AM GMT
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