Home > Archived > भड़काऊ भाषण मामले में भाजपा नेत्री गिरफ्तार, जमानत

भड़काऊ भाषण मामले में भाजपा नेत्री गिरफ्तार, जमानत

भाजपाइयों के दीवानी पहुंचने पर चौकन्ना हुआ प्रशासन
कोर्ट ने जमानत देकर पुलिस के मंसूबों पर फेरा पानी

आगरा। विहिप नेता दलित अरुण माहौर की शोक सभा में भड़काऊ भाषण देने के मामले में भाजपा नेत्री कुंदनिका शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, लेकिन कोर्ट ने भाजपा नेत्री को जमानत देकर पुलिस के अरमानों पर पानी फेर दिया। इस मामले में भाजपा नेत्री सहित तीन लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे। इन पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। भाजपा नेत्री कुंदनिका शर्मा के बल्केश्वर स्थित निवास पर कई थाना प्रभारी मय फोर्स के पहुंच गये। भाजपा नेत्री की गिरफ्तारी के बाद उन्हें महिला थाने ले गए। कुछ देर बाद उन्हें लेडी लॉयल में मेडिकल कराने ले गए।
वहां से लौटते समय पुलिस टीम के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई। इस दौरान कुछ कार्यकर्ता सदर थाना प्रभारी राजा सिंह से भिड़ गए। एक कार्यकर्ता को पुलिस ने जबरदस्ती जीप में डाल लिया। लेकिन कुछ देर बाद उसे रिहा कर दिया गया।

इसके बाद दीवानी में एसीजेएम के यहां पेश किया गया। अदालत में भाजपा नेत्री की जमानत मंजूर कर ली गई। सैंकड़ों की संख्या में भाजपाइयों के कोर्ट पहुंचने की सूचना पर प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गया। कई थाना प्रभारी और कई क्षेत्राधिकारी न्यायालय पहुंच गये। इस दौरान न्यायलय परिसर में मौजूद अधिकारी पल-पल की स्थिति से उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए नजर आये। भाजपा नेत्री ने कहा कि मेरी कानून में पूरी आस्था है, लेकिन पुलिस प्रशासन ने वादाखिलाफी की है। बड़े बड़े अपराधियों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। मैंने तो सब अधिकारियों को मैसेज करके बता दिया था कि जब कहें तब वो खुद गिरफ्तारी देने पहुंच जाएंगी।

प्रशासन ने की वादाखिलाफी
विहिप नेता अरुण माहोर की शोकसभा के बाद पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में कुंदनिका शर्मा, विहिप के अशोक लवानिया और एबीवीपी के शशांक चौधरी शामिल हैं। बीजेपी, विहिप और एबीवीपी के इन नेताओं पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। जयपुर हाउस के पार्क में 28 फरवरी को आयोजित विहिप नेता की श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय मंत्री डॉ राम शंकर कठेरिया, साध्वी प्राची सहित भाजपा के नेता भी मौजूद थे। उसके बाद महाघेराव के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री राम शंकर कठेरिया की हिंदू नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग प्रशासन द्वारा मान ली गई थी। इसके बावजूद भाजपा नेत्री की गिरफ्तार कर प्रशासन ने वादाखिलाफी कर दी।

Updated : 22 March 2016 12:00 AM GMT
Next Story
Top