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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लांच किया किसान सुविधा ऐप, कांग्रेस को कोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लांच किया किसान सुविधा ऐप, कांग्रेस को कोसा
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली में तीन दिवसीय कृषि उन्नति मेले की शुरुआत की। इस मौके पर पीएम ने किसान सुविधा एप भी लॉन्च किया। मोदी ने किसानों को संबोधित करते हुए देश में दूसरी कृषि क्रांति की शुरुआत करने का आह्वान किया। मेले में देशभर के अलग-अलग क्षेत्रों से किसान आए, साथ ही करीब 1 लाख किसानों के पहुंचने की संभावना है। इस मौके पर मोदी ने किसानों की बदहाल स्थिति के लिए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि हम कुछ भी करते हैं वो कहते हैं कि इसे तो हमारे समय में ही शुरू किया गया था। फिर बताइए इतने सारे बांध उन्होंने बनवाए फिर किसानों और उनके खेत तक पानी क्यों नहीं पहुंचा।

मेले को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, हमारी सरकार कृषि क्षेत्र को एक अलग नजरिए से विकसित करने की दिशा में हमारी सरकार प्रयास कर रही है। भारत के पूर्वी हिस्से से दूसरी कृषि क्रांति कैसे हो इस दिशा में हम कदम बढा रहे हैं। पूसा कैंपस में हो रहे इस कार्यक्रम में पीएम ने राज्यों और किसानों को पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान भी मौजूद थे। इनके अलावा राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह, मणिपुर के सीएम मुकुल संगमा भी मंच पर मौजूद थे।

मोदी ने कहा कि पहली कृषि क्रांति देश के पश्चिमी क्षेत्रों में हुई, दूसरी क्रांति उन प्रदेशों में होगी जिन पर हमने ध्यान दिया तो बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है। इनमें से पूर्वी यूपी, बिहार, बंगाल, असम, ओडिशा हैं। दूसरी कृषि क्रांति विज्ञान, प्रौद्योगिकी, आविष्कार के आधार पर करना आवश्यक है। सरकार का प्रयास है कि भारत के पूर्वी इलाके से किस तरह दूसरी कृषि क्रांति निकले। हमें गांव के लोगों की खरीद शक्ति बढानी होगी। इसके लिए गांवों में आर्थिक तरक्की को बढावा देना होगा। चारों तरफ इस बजट की तारीफ हो रही है, कुछ लोग मौन हैं क्योंकि उन्हें तारीफ करने की आदत नहीं है। लेकिन विरोध करने वाला कोई नहीं है।

पहली बार ऐसा बजट आया है जो पूरी तरह, गांव, गरीब और किसानों को समर्पित किया गया है। अगर भारत को अगले 25-30 साल तक आगे बढना है, तो यह काम गांवों, गरीबों और किसानों से पूरा होगा। मेरा एक सपना है और यह सिर्फ मेरा नहीं, आपका भी होना चाहिए। जब 2022 में भारत की आजादी के 75 साल पूरे होंगे तो क्या हम किसानों की आय दोगुनी पूरी कर सकते हैं क्या? अब तक हमने कृषि उत्पादन की ग्रोथ को केंद्र में रखा है, लेकिन उससे किसानों का भला नहीं होगा। हमें उससे आगे का सोचना होगा और तभी हम 2022 का अपना यह लक्ष्य हासिल कर पाएंगे। अगर हम धरती मां की पीडा महसूस नहीं करेंगे तो वह भी हमारी पीडा महसूस नहीं करेगी। न जाने कैसे-कैसे केमिकल्स और दवाइयां डाली हैं। हमारे बीमार होने पर आसपास के लोग भी कहते हैं कि ज्यादा दवाइयां मत खाओ, यही हाल धरती मां का भी है।

Updated : 19 March 2016 12:00 AM GMT
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