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साहब, बच्चें के बैठने के लिए नहीं है आंगनबाड़ी भवन

आंगनबाड़ी केन्द्र के भवन की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची कलारना गांव की महिलाएं

श्योपुर। साहब, गांव में आंगनबाड़ी नहीं है, इसलिए हमारे बच्चों को बैठने के लिए भी जगह नहीं है। भवन के अभाव में बच्चों को पोषण आहार के लिए जमीन पर बैठना पड़ता है, वहीं गर्भवती महिलाओं को भी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यदि गांव में आंगनबाड़ी भवन का निर्माण होता है तो बच्चों को पोषण आहार मिलने के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को भी इसका लाभ मिलेगा। यह गुहार ग्राम पंचायत रायपुरा के ग्राम कलारना की एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर लगाई है।

कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में महिलाओं ने बताया कि गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए भवन नहीं है। ऐसे में बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र की सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इतना ही नहीं गांव की गर्भवती महिलाओं की जांच हो पा रही है और न ही उन्हें पोषण आहार मिल पा रहा है। ग्रामीण महिलाओं ने गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र के भवन निर्माण की मांग की है। मांग करने वालों में रामवती, दखलो, सुवेदा, छन्दो, रामसिया आदि महिलाएं शामिल है।

Updated : 16 March 2016 12:00 AM GMT
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