यमुना के लिए एक बार फिर हुंकार भरेगें संत एवं यमुना भक्त
यमुना मुक्तिकरण अभियान के पदाधिकारियों की बैठक में लिया गया निर्णय
केंद्र सरकार के आश्वासन हवा-हवाई रहने से यमुना भक्त आक्रोशित
मथुरा। यमुना प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार के आश्वासन हवा-हवाई साबित होने से आक्रोशित यमुना मुक्तिकरण अभियान ने एक बार फिर आंदोलन की रणनीति के लिये कमर कसना शुरु कर दिया है। बरसाना स्थित मान मंदिर में यमुना मुक्तिकरण अभियान के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में उपस्थित यमुना भक्तों ने कहा कि कालिन्दी का कलुष्य दूर के करने के लिए यमुना भक्तों के निरन्तर प्रयास जारी है। मार्च में आन्दोलन के बाद केन्द्र सरकार के आश्वासन मिलने पर यमुना भक्तों में आशा की एक किरण प्रकाशित हुयी परन्तु जैसे जैसे केन्द्र सरकार द्वारा प्रदत्त समयावधि निकलती गयी सरकार द्वारा दिया गया आश्वासन भी हवाई लगने लगा। इस पर यमुना मुक्तिकरण अभियान के तत्वाधान में यमुना भक्तों ने पुन: कमर कस ली है कि यमुना की अविरलता निर्मलता के लिए जंग छेड़ी जाये।
आगामी कुम्भ मेले में आन्दोलन को बल प्रदान करने के लिए बडी धर्मसंसद आयोजित करने एवं सघन जनसंपर्क की रूपरेखा पर विचार विमर्श किया गया। हॉलाकि कुम्भ में होने वाली धर्मसंसद की अन्तिम रूपरेखा कुरूक्षेत्र में होने वाले गीता रामदेव, काष्र्णि गुरू शरणानन्द महाराज, साध्वी ऋतुम्भरा आदि भारत के प्रमुख संन्तों के सानिध्य में होगा।बैठक को सम्बोधित करते हुये अभियान के राष्टीय संयोजक राधाकान्त शास्त्री एवं सहसंयोजक सुनील सिंह ने कहा कि कुम्भ मेले में भारत के सभी प्रान्तों से भक्त स्नान करने करोड़ो की संख्या में आते है इसी के साथ ही भारत के सभी सम्प्रदायों के सन्त महन्त भी इस कुम्भ में उपस्थित रहते है। इसलिए धर्मसंसद के लिए कुम्भ मेले से सुअवसर कोई हो ही नहीं सकता है। जब धार्मिक नदी यमुना की रक्षा का विषय आता है इसके लिए करोड़ो आस्थावान लोग संगठित हो सकते है इसलिए सरकार को जल्द दिये गये आश्वासन पर कार्य करना चाहिए वरना उसे सन्तों एवं यमुना भक्तों के कडे विरोध का सामना करना पड़ेगा।
अभियान प्रदेश संयोजक श्याम चतुर्वेदी एवं जिला संयोजक पंकज चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुये बताया कि कुम्भ मेले में अभियान द्वारा वृहद स्तर पर जनसंपर्क एवं धर्म संसद में भारत के सभी प्रमुख संतो को आमन्त्रित कर यमुना को लेकर गम्भीर और निर्णायक चर्चा की जायेगी। इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को भी जनसंपर्क के लिए निर्देशित कर दिया गया है।
इस अवसर पर अभियान राष्ट्रीय सलाहकार राधाप्रिय, नीलमणी, ब्रजराज, कृष्णकान्त अवस्थी, आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।