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फिल्म अलीगढ़ पर प्रदेश में प्रतिबन्ध लगाने की मांग

अलीगढ़। मिल्लत बेदारी मुहिम कमेटी (एमबीएमसी) की ओर से डा. जसीम मोहम्मद ने प्रदेष के मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि उत्तर प्रदेश सम्पूर्ण देश का दिल कहलाता है।

प्रदेश की संस्कृति एवं सभ्यता न केवल देश बल्कि विदेश मे भी चर्चित है। यह भी विदित है कि फिल्म निर्माता हन्सल मेहता ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एक समलैंगिक शिक्षक प्रो. श्रीनिवास रामचन्द्र सिरास को केन्द्रित करके फिल्म 'अलीगढ़ बनाई है वह समलैंगिक्ता पर आधरित है जो कि हमारे समाज में आमान्य है तथा हमारी संस्कृति के विपरीत है। फिल्म का नाम न केवल अलीगढ़ नगर की छवि को धूमिल करता है बल्कि एक ऐसा नकारात्मक सन्देश देता है जिसके फलस्वरूप न केवल अलीगढ़, उत्तर प्रदेश बल्कि देश की छवि खराब होती है।

आप को विदित है कि अलीगढ़ को सम्पूर्ण विश्व मे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कारण जाना जाता है जहाँ देश विदेश से छात्र-छात्राये शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। केवल यही नहीं बल्कि अलीगढ़ नगर अपने ताला एवं हार्डवेयर उद्योग के लिए भी विश्व विख्यात है और निर्यात का केन्द्र भी है। अलीगढ़ को उसकी सभ्यता, शिक्षा और संस्कृति के लिए विश्व स्तर पर जाना जाता है। हन्सल मेहता की फिल्म 'अलीगढ़ से ऐसा प्रतीत होता है जैसे अलीगढ़ समलैंगिकता का केन्द्र है। आपसे अनुरोध है कि फिल्म 'अलीगढ़ को जनहित में सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश मे प्रतिबन्धित करने के आदेश प्रदान करें ताकि उत्तर प्रदेश विशेष रूप से अलीगढ़ नगर और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छवि, संस्कृति एवं सभ्यता पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।

Updated : 1 March 2016 12:00 AM GMT
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