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यह टेलीफोन नंबर उपलब्ध नहीं है, 139 के भरोसे न रहें रेल यात्री

यह टेलीफोन नंबर उपलब्ध नहीं है,  139 के भरोसे न रहें रेल यात्री
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ग्वालियर।
ट्रेनों के आवागमन की जानकारी लेने किस इंक्वायरी सिस्टम (पूछताछ व्यवस्था) पर भरोसा किया जाए, इसका जवाब किसी रेल अधिकारी के पास नहीं है। नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम हो या 139 सभी पर एक जैसी और कई घंटों पुरानी जानकारी मिलती है। अधिकारियों का कहना है कि सर्वर डाउन रहने से ऐसे हालात बनते हैं। जिससे ये समस्या आ रही है। इसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। एनटीईएस और रेलवे के अधिकृत पूछताछ नंबर 139 पर आ रही समस्याओं से यात्रियों को परेशानी आ रही है।

रेलवे के पास ट्रेनों के आवागमन की जानकारी सही नहीं मिलना बड़ी समस्या है। रेल अधिकारी कभी सर्वर को दोष देते हैं तो कभी विभिन्न रेलवे जोन के कंट्रोल रूम से ट्रेनों की जानकारी फीड नहीं होने के दावे करते हैं। कुल मिलाकर इंक्वायरी सिस्टम पर भरोसा करना घातक साबित हो रहा है। यहां तक कि यात्री द्वारा जब 139 पर फोन लगाया जाता है तो वहां से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिलती है। कभी सुविधा उपलब्ध नहीं होना बताया जाता तो कभी कवरेज क्षेत्र से बाहर।

हेल्पलाइन नंबर बना परेशानी का सबब
ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर मौजूद भोपाल निवासी रवि सविता ने बताया कि रेलवे का हेल्पलाइन नंबर 139 परेशानी का कारण बनता जा रहा है। जब भी इस पर फोन करो तो वेटिंग काल मिलती है कि अभी आप कतार में है थोड़ा इंतजार करें। लेकिन रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद भी रेलवे प्रशासन ट्रेनों की लेटलतीफी की सूचना समय पर यात्रियों को नहीं दे पाता है। निर्धारित समय पर यात्री रेलवे स्टेशन पर तो पहुंच जाते हैं और यहां आकर पता चलता है कि ट्रेन तो अभी आई ही नहीं है।

समय पर नहीं मिलती जानकारी
एनटीईएस (नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम)पर ट्रेन की वही जानकारी मिलती है, जो विभिन्न रेलवे जोन व उनके अंतर्गत आने वाले रेल मंडलों के कंट्रोल रूम से फीड की जाती है। कोई ट्रेन दिल्ली से चली और ग्वालियर के स्टेशन पर रास्ते में है तो उसकी जानकारी 20 मिनट के अंदर जारी करना होती है। कई बार कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी इसे 20 की जगह 40 मिनट या उससे अधिक समय में जारी करते हैं। इससे सही जानकारी नहीं मिल पाती।

इन्होंने कहा
अभी तक ऐसी कोई शिकायत हमारे पास नहीं आई है। अगर फोन नहीं लग रहा है तो इस मामले को दिखवाया जाएगा। जहां कमी होगी उसे तुंरत सही कराया जाएगा।

विजय कुमार
सीपीआरओ इलाहाबाद

Updated : 16 Dec 2016 12:00 AM GMT
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