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रेलवे का दावा, फरवरी तक तैयार हो जाएगा एस्केलेटर

निर्माण सामग्री आई, जल्द शुरू होगा कार्य, 50 हजार से ज्यादा यात्रियों को मिलेगा लाभ

सामान ढोने में नहीं होगी परेशानी

ग्वालियर। रेलवे स्टेशन पर लम्बे समय से लटका पड़ा एस्केलेटर का निर्माण कार्य फरवरी तक पूरा हो जाएगा। इसके लिए स्टेशन पर निर्माण सामग्री आ गई है। उल्लेखनीय है कि इस मामले को प्रमुखता से उठाते हुए स्वदेश ने अपने 5 नवम्बर 2016 के अंक में ‘नया पैदल पुल बना परेशानी का सबब’ शीर्षक से प्रकाशित किया था।
उल्लेखनीय है कि लम्बे समय से रुके पड़े एस्केलेटर के कार्य और नए पैदल पुल के निर्माण से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वहीं एस्केलेटर के शुरू होने के बाद इससे प्रतिदिन लगभग 50 हजार से अधिक यात्रियों को लाभ होगा।इसे स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक पर पर बने रैंप में जोड़ा जाएगा। इसकी शुरुआत होने से दिव्यांग, बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों को विशेष राहत मिलेगी।

दिव्यांग व बुजुर्गों को मिलेगी राहत:- स्टेशन पर एक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए दिव्यांगों और बुजुर्गों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रेलवे ने यात्रियों को इस परेशानी से बचाने के लिए हालांकि ग्वालियर स्टेशन पर रैंप शुरू कर दिया है। लेकिन इसकी बनावट ठीक ना होने के कारण बुजुर्ग, महिला और बच्चों को दिक्कतें आ रही हैं। इससे वर्तमान में यात्रियों को स्टेशन पर कुलियों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं कुली भी यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए मनमाना पैसा वसूल कर रहे हैं।

शहर से बाहर के यात्रियों को भी होगी सुविधा:- ग्वालियर स्टेशन से स्थानीय ही नहीं बल्कि लगभग 4 जिले के यात्री प्रतिदिन टे्रन पकड़ते हैं। प्रतिदिन ग्वालियर स्टेशन से ही लगभग 12 से अधिक ट्रेनें बनकर विभिन्न स्थानों के लिए रवाना होती हैं। इसके साथ ही भोपाल-नई दिल्ली के लिए भी लगभग एक दिन में 100 यात्री गाडिय़ां यहां से गुजरती है। इस कारण मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर के यात्री यहीं से सफर करते हैं।

जॉनसन कम्पनी को मिली है जिम्मेदारी

अगले तीन माह में एस्केलेटर का काम पूरा हो जाने के साथ ही यात्रियों को होने वाली परेशानी का काफी हद तक समाधान हो जाएगा। एस्केलेटर का जिम्मा जॉनसन कम्पनी को सौंपा गया है। इसके बाद कंपनी ने स्टेशन पर सामान भी मंगवा लिया है और अब शीघ्र ही इसका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।

रोजाना बिकते हैं दस हजार टिकट
स्टेशन से रोजाना तकरीबन 10 से15 हजार टिकट की बुकिंग की जाती है। साथ ही स्टेशन पर रोजाना हजारों की संख्या में यात्री यात्रा करते हैं। ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर जैसी सुविधा नहीं होने की वजह से यात्रियों को भारी भरकम सामान कंधे पर लादकर रैंप या फिर प्लेटफॉर्म की सीढ़ी से उतरना पड़ता है। इसकी वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन एस्केलेटर की शुरुआत होने से राहत मिलेगी।

चाइना के सामान से बनेगा एस्केलेटर
देश में एक ओर जहां चीन के सामान का बहिष्कार किया जा रहा है, वहीं ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर बनने वाले एस्केलेटर में चाइना के सामान का उपयोग किया जाएगा।

Updated : 8 Nov 2016 12:00 AM GMT
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