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भविष्य गढऩे का प्रभावी मंच है रासेयो

भविष्य गढऩे का प्रभावी मंच है रासेयो
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कन्या सरस्वती विद्या मंदिर के रासेयो शिविर का चौथा दिन

ग्वालियर| राष्ट्रीय सेवा योजना के आदर्श स्वामी विवेकानंद जी हैं, जो विद्यार्थियों का भविष्य गढऩे का प्रभावी मंच है। रासेयो के गीत हमें हमारी संस्कृति से जोड़ते हैं। यह एक ऐसा मंच है, जो हमारे अंदर वसुधैव कुटुम्बकम का भाव जगाता है। अत: हमें पूरे मनोयोग से रासेयो के अनुसार ही जीना चाहिए।

यह बात माधव महाविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष मनोज अवस्थी ने विद्या भारती जयविलास परिसर में आयोजित कन्या सरस्वती उ.मा. विद्या मंदिर, नदीद्वार, जयेन्द्रगंज के राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के चौथे दिन मंगलवार को बौद्धिक सत्र में कही। इस अवसर पर अतिथि के रूप में स्वदेश के कार्यकारी सम्पादक प्रवीण दुबे एवं राष्ट्र सेविका समिति की महानगर कार्यवाह श्रीमती महिमा तारे भी उपस्थित थीं। बौद्धिक सत्र में स्वदेश के कार्यकारी सम्पादक प्रवीण दुबे ने अपने उद्बोधन में रासेयो की छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए इस शिविर में सीखी गईं बातों को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया।

प्रारंभ में सरस्वती शिशु मंदिर नदीद्वार की प्राचार्य श्रीमती शारदा बलौदी ने अतिथियों का परिचय दिया। तत्पश्चात रासेयो की बहनों ने बैज लगाकर अतिथियों का स्वागत किया।

Updated : 30 Nov 2016 12:00 AM GMT
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