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यौन संक्रमण से बढ़ रही संतानहीनता

यौन जनित रोगों से संबंधित तीन दिवसीय सम्मेलन 25 से एम्स भोपाल में

भोपाल। देश में हर साल लगभग चार करोड़ लोग यौन संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। इसकी वजह से संतानहीनता के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। दरअसल, इसकी बड़ी वजह है अपने जीवनसाथी के साथ वफादार न होना। या फिर साफ-सफाई का अभाव। यौन संक्रमण का शिकार होने वालों में 40 फीसदी मरीज 19 से 25 साल के युवा हैं। शर्म व झिझक के कारण ऐसे मरीज इलाज कराने नहीं आते, जिससे आगे चलकर यह यौन संक्रमण संतानहीनता का कारण बनता है। देश में बढ़ती संतानहीनता के कारण युवा वर्ग न केवल हतोत्साहित हो रहा है बल्कि स्थिति असमान्य होने पर वे इलाज के चक्कर में गुमराह भी होते हैं।

यौन रोग विशेषज्ञों का कहना है कि इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए अगर सजगता बरती जाए तो काफी हद तक स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक इसके लिए सघन जागरूकता अभियान चलाए जाने की जरूरत है। जागरूकता अभियान को चलाने के लिए सरकारी प्रयास नाकाफभ् है लेकिन इसके साथ जनप्रयास जुड़ जाएं तो स्थिति सामान्य बनने में ज्यादा देर नहीं लगेगी। यौन जनित रोगों के इलाज व जागरूकता जैसे गंभीर विषय को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान (एम्स) भोपाल की ओर से 25 से 27 नवंबर तक 40वां राष्ट्रीय सम्म्ेलन का आयोजन किया जा रहा है । यह आयोजन एम्स के स्त्री रोग विभाग द्वारा कराया जा रहा है । विभाग की प्रमुख डॉ.रागिनी मल्होत्रा के मुताबिक संतानहीनता की एक बड़ी वजह यौन जनित रोग हैं ग्नोरिया और क्लोमीडिया जैसे संक्रामक रोग महिला व पुरुष दोनों की फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं पुरुषों के टेस्टिकल में जाकर स्पर्म को डेमेज करते हैं। महिलाओं के ट्यूब को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे वह गर्भवती नहीं हो पाती हैं।

छात्रावासों वाली युवतियों में खतरा ज्यादा
डा. मल्होत्रा के मुताबिक छात्रावासों में रहने वाली लड़कियों के साथ साफ-सफाई की समस्या ज्यादा रहती है । कपड़ों को धोने पर्याप्त पानी व सुखाने के लिए धूप नहीं मिलती इससे संक्रमण बढ़ता है । शर्म के कारण वह चिकित्सक के पास नहीं जा पाती हैं इससे रोग एडवांस स्टेज में पहुंच जाता है बाद में संक्रमण का इलाज तो हो जाता है, लेकिन तब तक स्थाई नुकसान हो चुका होता है । डॉ. मल्होत्रा ने बताया कि तीन दिवसीय सम्मेलन में यूके के डॉ. पीएन शशिधरन, लंदन की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शशिप्रभा सिंह, लंदन के ही त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ.ओम सिंह यौन रोगों के उपचार पर चर्चा करेंगे । सम्मेलन का उद्घाटन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च नोएडा के निदेशक डॉ. रवि मेहरोत्रा करेंगे।


Updated : 25 Nov 2016 12:00 AM GMT
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